दोस्तों यह सब्जी कोई मामूली सब्जी नहीं है जिस व्यक्ति ने भी यह खाली यह साग खा लिया समझो उसकी उम्र बढ़ने से कोई नहीं
रोक सकता खाट पर पड़ा व्यक्ति भी दौड़ने लगता है बूढ़ा हो या बच्चे हो या महिला हो
स्त्री हो छोटे बच्चे हो सभी को यह सब्जी जरूर खानी चाहिए यह साग जरूर खाना चाहिए
मरने से पहले यह जो वीडियो में आपको साग दिख रहा है जरूर खाना चाहिए आपकी उम्र बढ़
जाएगी अस्पतालों में लंबे खर्चों से आप बच जाएंगे शरीर में खून ऐसे दौड़ेगा जैसे
मानो बहता हुआ झरना बरसता हुआ पानी शहर में रहने वाले कई लोग ऐसे हैं कई बच्चे
ऐसे हैं कई बुजुर्ग महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें यह भी नहीं पता कि यह कौन सा साग
है कौन सी सब्जी है इसे खाने से कौन सी बीमारी खत्म होती है और पुरुषों में क्या
लाभ होते हैं और महिलाओं को क्या फायदे होते हैं यह कोई नहीं जानता लेकिन आज हम
इसकी गुप्त जानकारी आपको बता रहे हैं बाजार में आपको यह सब्जी मिलती है तो तुरंत ले लेनी चाहिए यह ऋतु सब्जी है फिर
कभी नहीं मिलती साल में कुछ ही दिन बिकती है फिर बंद हो जाती है इसका साग खाने से
बड़ी से बड़ी बीमारी कैंसर भी खत्म होने लगता है शरीर में घातक रोग खत्म हो जाते
हैं बुद्धि तीर्थ हो जाती है संकट में गिरा व्यक्ति अपाहिज व्यक्ति आंखों से यदि
कम दिखता है बुद्धि काम नहीं करती शरीर में खून नहीं बनता शरीर का वजन यदि बढ़
रहा है फुर्ती शरीर में कम हो गई है मोटापा बढ़ता जा रहा है चर्बी बढ़ रही है
खून घट रहा हो तो ऐसी स्थिति में यह सब्जी जरूर खानी चाहिए इसकी पूरी बनाकर खाएं
पराठा बनाकर खाएं रसीला साग इसका बनाएं आपकी उम्र ऐसे बढ़ेगी जैसे मानो भगवान ने
आपको वरदान दे दिया हो दोस्तों इस सब्जी का नाम हम आपको बताने वाले हैं यह कौन सा साग है और कहां मिलता
है कहां उगता है कौन से सीजन में मिलता है कब तक मिलेगा पूरी जानकारी विस्तार से
बताएंगे पहले तो सुंदर सी वीडियो को लाइक करें और सुंदर सी वीडियो का लुफ्त उठाएं
और हमारे चैनल स्माइल फैमिली को सब्सक्राइब करना ना भूलें हम आपके लिए ऐसे ही सुंदर सी जानकारी लाते रहेंगे तब तक
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उठाएं दोस्तों यह सब्जी सरसों के साग में उगती है पालक के साग में भी उगती है चने
के साग में भी उगाती है किसी भी सब्जी के साथ इसका निकलना आम बात है लेकिन यह सीजन
में ही निकलती है खासकर सर्दी में ही निकलती है सर्दी के मौसम में ही निकलती है
और बहुत ही कम मात्रा में निकलती है यह सब्जी जब किसी भी सब्जी के साथ निकलती है
तो हर व्यक्ति इसको तुरंत तोड़ लेते हैं इसे चुन-चुन कर तोड़ते हैं और खा लेते हैं
इसीलिए बाजार में यह कम मात्रा में ही मिलती है खेत खलियान रोड किनारे सड़क आदि
नाली के किनारे बंजर जमीन पर यह निकल आता है तो लोग इसको तोड़ तोड़ कर खा जाते हैं
और बड़ी मेहनत से किसान इसको एक-एक करके तोड़ते हैं और बाजार में बेचते हैं यह बहुत ही शक्तिशाली और शरीर को बल देने
वाली सब्जी कही जाती है खून ऐसे बढ़ाती है जैसे मानो बहता हुआ झरना जाहिर सी बात है
जब शरीर में खून होगा तो शरीर घोड़े की तरह ही दौड़ेगा आप पहाड़ तक चढ़ जाएंगे आप
कोई भी काम ऐसे करेंगे जैसे मानो दौड़ता हुआ चीता जब आपके शरीर में खून ही नहीं
होगा फुर्ती ही नहीं होगी तब आप 10 कदम भी नहीं चल पाएंगे इसीलिए हमारे बुजुर्ग इसकी सब्जी
इसका साग जरूर खाते थे और लंबी आयु जीते थे उनके शरीर में बल और बुद्धि दोनों होती
थी पुराने बुजुर्ग या जो सब्जी को खाते हैं वह अस्पताल के चक्कर कभी नहीं लगाते
आजकल के जमाने में इस साग का नाम बच्चे क्या बड़े तक नहीं जानते लेकिन आज हम
विस्तार से इसके फायदे बताएंगे देखिए इस सब्जी का नाम है बथुआ हिंदी में
इसे बथुए का साग कहते हैं इसे अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नाम से जानते हैं
इंग्लिश में इस लेम्स क्वार्टर्स कहते हैं कर्नाटक में इसे स् कोथी कहते हैं और तमिल
में परूप किरल कहते हैं और तेलुगु में पप्पू कुरा कहते हैं इसे अलग-अलग शहरों
में अलग-अलग नाम से जानते हैं लेकिन प्रसिद्ध नाम बथुआ का साग ही है इसके फायदे इतने हैं जितने मनुष्य के सर पर बाल
यह अकेला बथुआ का साग पूरे शरीर का कायाकल्प कर देता है पेट की आंतों को
फिल्टर करता है कब्ज दूर करता है ब्लड सर्कुलेशन कंट्रोल करता है इसे खाते ही
पैरों में खून दौड़ने लगता है पैरों की सूजन दूर हो जाती है बथुए की साग की पूरी
खाने से बेहतर रिजल्ट देखे गए हैं हम आपको कागज पेन कॉपी पर लिखकर दे सकते हैं कि
इसका साग खाने से तमाम बीमारी आपकी दूर हो जाएगी यदि नहीं हो पाए तब हमें बताना और
आप हमारे चैनल को अनसब्सक्राइब भी कर सकते हैं आप हमारे ऊपर केस भी कर सकते हैं बथुए
का साग आपकी उम्र बढ़ा देगा चेहरे पर ग्लो बढ़ता है खून बढ़ता है शरीर में गंदगी को
निकालकर पूरा शरीर ही फिल्टर कर देता है लेकिन याद रहे जब आप आटा गूदे तब आप बथुआ
को पानी में उबालकर फिर उसे छानकर बाहर निकाल लें और इसे पीसकर आटे में डायरेक्ट
गूंद ले स्वाद अनुसार बथुआ उबाले आटे में इसका साग डालें स्वाद अनुसार नमक डालें
काली मिर्च पाउडर डालें या जो मसाले आप खाते हैं वह आटे में डालकर आटा गूंथ लें
फिर इसकी पूरी बनाएं या पराठा बनाएं और परिवार संग मिलकर खाएं हफ्ते में एक बार
यदि आप खाते हैं तो बहुत अच्छा है शरीर में जमे हुए फैट को यह निकाल देगा शरीर
में यदि खून थोड़ा मैला हो गया है उसे यह फिल्टर कर नया खून बनाता है पराठा या पूरी आप चटनी के साथ खाएं दही के
साथ खाएं लेकिन चाय के साथ मत खाना फायदे की जगह नुकसान मिलेगा आप इसके साग को
कितना भी खा सकते हैं दोस्तों बथुआ के साग में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो सेहत
के लिए फायदेमंद होते हैं बथुआ का साग खाने से पाचन की समस्याएं दूर होती हैं
वजन कंट्रोल में रहता है और हड्डियां मजबूत होती हैं बथुआ के साग के कुछ और फायदे बथुआ में मौजूद फाइबर कब्स को दूर
करता है बथुआ में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों और जोड़ों की समस्याओं को दूर करता है बथुआ में मौजूद
पानी की मात्रा ज्यादा होती है जो शरीर को हाइड्रेट रखता है बथुआ में मौजूद फाइबर और
पानी पेट फूलने जैसी समस्याओं को दूर करता है बथुआ में मौजूद फाइबर वजन घटाने में
मदद करता है बथुआ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इम्युनिटी को बढ़ाते हैं
दोस्तों बथुआ में मौजूद विटामिन सी और विटामिन ए आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होता है बथुआ में मौजूद अमीनो एसिड
मांसपेशियों के निर्माण में मदद करते हैं बथुआ में मौजूद आयरन खून को साफ करता है
बथुआ में मौजूद फाइबर लैक्सेटिव और कॉन्स्टिपेशन के लिए भी फायदेमंद होता है
दोस्तों बथुआ इस मौसम की खास सब्जियां हैं जो बॉडी को गर्म रखती हैं और कई बीमारियों
का इलाज भी करती है अगर बात करें बथुआ की तो यह एक ऐसी सब्जी है सर्द मौसम में बॉडी
को गर्म रखती है इस साग का सेवन सर्दी में दाल के साथ सब्जी बनाकर परांठ बनाकर करें
तो पूरी सर्दी बॉडी गर्म रहती है और बॉडी हाइड्रेट भी रहती है इस साग में मौजूद
पोषक तत्त्वों की बात करें तो इसमें विटामिन खनिज प्रोटीन फाइबर
एंटीऑक्सीडेंट ओमेगा 3 फैटी एसिड और पानी मौजूद होता है जो बॉडी को हाइड्रेट रखता
है यह सभी पोषक तत्व बॉडी की पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं और कई बीमारियों
का भी उपचार करते हैं एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साउल हार्ट सेंटर के फाउंडर
एंड डायरेक्टर डॉ बिमल जांजर ने बताया अगर आप भी सर्दी में 100 ग्राम इस साग का सेवन
करें तो आपका वजन कंट्रोल रहेगा 100 ग्राम साग में कैलोरी 44 के केएलएल और
कार्बोहाइड्रेट 7 ग्राम फैट 0.8 ग्राम मौजूद होता है इसमें 4 ग्राम प्रोटीन होता
है जो बहुत ज्यादा है जो सेहत के लिए उपयोगी है दोस्तों हड्डियों के दर्द से
मिलेगा छुटकारा सर्दी में जोड़ों में दर्द की परेशानी ज्यादा होती है ऐसे में अगर
रोजाना बथुआ का साग उसकी रोटी और सूप बनाकर उसका सेवन किया जाए तो बॉडी को भरपूर पोषक तत्व मिलेंगे बथुआ में
कैल्शियम और फास्फोरस मौजूद होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं इसका सेवन
करने से हड्डियों में और जोड़ों में दर्द से मुक्ति मिलती है दोस्तों लीवर की सेहत
रहती है दुरुस्त बथुआ के पत्ते का सेवन करने से लिवर की सेहत भी दुरुस्त रहती है
रोजाना 10 एमएल इस साग का जूस पीने से लिवर हेल्दी रहता है और पूरा पाचन ठीक होता है दोस्तों खून को करता है साफ अगर
इस साग का सेवन नियम के साथ किया जाए तो यह खून को साफ करता है इसका सेवन करने से
बॉडी में हीमोग्लोबिन बढ़ता है यह पेट के कीड़ों को मारने में भी दवा की तरह असर
करता है दोस्तों बथुआ रखें निरोग बथुए का साग जितना अधिक से अधिक सेवन किया जाए
निरोग रहने के लिए उपयोगी है बथुए का सेवन कम से कम मसाले डालकर करें नमक ना मिलाएं
तो अच्छा है यदि स्वाद के लिए मिलाना पडी ढे तो सेंधा नमक मिलाएं और गाय या भैंस के
घी से छौंक लगाएं दोस्तों पेशाब के रोग बथुआ एक स्वर्ण दो किलो तीन गिलास पानी
दोनों को उबालें और फिर पानी छान लें बथुए को निचोड़ डच करर पानी निकालकर यह भी छाने
हुए पानी में मिला लें स्वाद के लिए नींबू जीरा जरा सी काली मिर्च और सेंधा नमक लें
और पी जाएं इस प्रकार तैयार किया हुआ पानी दिन में तीन बार लें इससे पेशाब में जलन
पेशाब कर चुकने के बाद होने वाला दर्द टीस उठना ठीक हो जाता है दस्त साफ आता है पेट
की गैस अपच दूर हो जाती है पेट हल्का लगता है उबले हुए पत्ते भी दही में मिलाकर
खाएं दोस्तों पेट के रोग जब तक मौसम में बथुए का साग मिलता रहे नित्य इसकी सब्जी
खाएं बथुए का रस उबाला हुआ पानी पिए इससे पेट के हर प्रकार के रोग यकृत तिल्ली
अजीर्ण गैस क्रमी दर्द अर्श पथरी ठीक हो जाते हैं पथरी पत्थरी हो तो एक गिलास
कच्चे बथुए के रस में शक्कर मिलाकर नित्य सेवन करें तो पत्थरी टूटकर बाहर निकल आएगी
जुएं लीखेजो एं तो जुएं मर जाएंगी तथा बाल साफ हो
जाएंगे दोस्तों मासिक धर्म मासिक धर्म रुका हुआ हो तो दो चम्मच बथुए के बीज एक
गिलास पानी में उबालें आधा रहने पर छान कर पी जाएं मासिक धर्म खुलकर साफ आएगा आंखों
में सूजन लाली हो तो प्रतिदिन बथुए की सब्जी खाएं कब्ज बथुआ आमाशय को ताकत देता
है कब्ज दूर करता है बथुए की सब्जी दस्तावर होती है कब्ज वालों को बथुए की
सब्जी नित्य खाना चाहिए कुछ सप्ताह नित्य बथुए की सब्जी खाने से सदा रहने वाला कब्ज
दूर हो जाता है शरीर में ताकत आती है और स्फूर्ति बनी रहती है दोस्तों फूंसी फोड़े
सूजन में उपयोगी फूसी फे सूजन पर बथुए को कूटकर सौठ और नमक मिलाकर
गीले कपड ढे में बांधकर कपे पर गीली मिट्टी लगाकर आग में सेकें सिकने पर गर्म
गर्म बांधे पोधा बैठ जाएगा या पककर शीघ्र फूट जाएगा रक्तपित्त कच्चे बथुए का रस एक
कप में स्वादानुसार मिलाकर एक बार नित्य पीते रहने से क्रीमी मर जाते हैं बथुए के
बीज एक चम्मच पिसे हुए शहद में मिलाकर चाटने से भी क्रीमी मर जाते हैं तथा रक्त
पित्त ठीक हो जाता है दोस्तों दाद खुजली में उपयोगी सफेद दाग दाद खुजली फो ढे आदि
चर्म रोगों में नित्य बथुआ उबालकर निचो ध कर इसका रस पिएं तथा सब्जी खाएं बथुए के
उबले हुए पानी से चर्म को धोएं बथुए के कच्चे पत्ते पीसकर निचो धाक रस निकाल लें
दो कप रस में आधा कप तिल का तेल मिलाकर मंद मंद आग पर गर्म करें जब रस झल करर
पानी ही रह जाए तो छानकर शीशी में भर लें तथा चर्म रोगों पर नित्य लगाएं लंबे समय
तक लगाते रं लाभ होगा गुर्दा रोग में फायदेमंद मूत्राशय गुर्दा और पेशाब के रोगों में
बथुए का साग लाभदायक है पेशाब रुक-रुक कर आता हो कतरा कतरा सा आता हो तो इसका रस
पीने से पेशाब खुलकर आता है दोस्तों बथुआ का जूस पीने से कई फायदे होते हैं यह शरीर
को मजबूत करता है और कई बीमारियों से बचाता है बथुआ में विटामिन ए विटामिन b2
विटामिन बी3 और कैल्शियम पोटेशियम और आयरन जैसे कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं बथुआ का
जूस पीने के फायदे बथुआ का जूस पीने से शरीर को ठंड से बचाया जा सकता है बथुआ का
जूस पीने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है बथुआ का जूस पीने से शरीर मजबूत होता है
और पूरे दिन एक्टिव रहता है बथुआ का जूस पीने से इम्युनिटी बढ़ती है बथुआ का जूस
पीने से पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं बथुआ का जूस पीने से शरीर में हाइड्रेशन बना रहता है बथुआ का जूस पीने
से शरीर से टॉक्सिन निकलते हैं बथुआ का जूस पीने से वजन मैनेज होता है बथुआ का
जूस पी से हार्ट हेल्थ बेहतर होती है बथुआ का जूस पीने से गुर्दे की पथरी या किडनी
स्टोन की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है दोस्तों बथुआ का जूस बनाने का तरीका बथुए के कुछ पत्ते लें इन्हें अच्छी
तरह धोकर एक पतीले में पानी डालकर उबाल लें बथुए का पानी या हर्बल अर्क तैयार है
आप इसे गर्म या ठंडा करके पी सकते हैं यदि गांजे के सर पर बाल कमाते हैं तो इस पानी
से आप सर धोए बाल धीरे-धीरे आना शुरू हो जाएंगे यह बहुत ही कारगर सिद्ध तरीका का
है यदि कोई पुराना जख्म है सड़न हो गई है बदबू आ रही है बार-बार चोट छिल जाती है
जख्म नहीं भर रहा हो तो बथुआ का साग उबाल कर छान लें और इसका एक लेप तैयार करें
इसमें थोड़ी गांठ वाली हल्दी पीसकर डाल लें और चोट पर लगाए धीरे-धीरे घाव भर जाता
है फिर दोबारा वह घाव नहीं होता ताजी चोट पर भी आप लगा सकते हैं घाव भर जाते
हैं मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए बथुआ का साग बड़ा उपयोगी है बूढ़े भी दौड़ने लगते
हैं आपको बस इतना करना है शुद्ध देसी घी में बथुआ की साग की पूरी आपको खानी है अगर
हफ्ते में दो बार आपने खाली समझो आपकी मर्दाना ताकत बढ़ जाएगी फिर आप घोड़े की
तरह करोगे घोड़े की तरह दौड़ने लगोगे बूढ़े भी जवान हो जाते हैं मर्दाना ताकत
बरसों पुरानी ताकत फिर से जवान हो जाती है ठंडी औरतें जो होती हैं जिनका मन अब बिल्कुल भी नहीं करता और यदि कोई महिला
शुद्ध देसी घी में बनी बथुआ की पूरी खा लेती है तो वो फिर से गर्म हो जाती है और
पति-पत्नी में फिर से प्यार हो जाता है यह बहुत ही गर्म औषधि है लेकिन आपको देसी घी
में ही बथुआ की पूरी खानी है किसी और में नहीं आप चाहे तो उसका पराठा भी खा सकते
हैं दोस्तों आंखों की रोशनी कम उम्र में ही धीमी पड़ गई है आंखों पर चश्मा लग गया
है तो इसकी सब्जी बार-बार खाने से हफ्ते में तीन बार खाने से आंखों की रोशनी धीरे-धीरे बढ़ने लगती है आंखों से चश्मा
भी उतर जाता है आंखों में कीचड़ आ जाती है गंदगी आ जाती है धुंधलापन सा दिखने लगा है
आंख में दर्द होता है आंखों में खुजली होती है तो बथुआ का साग खाने से सब
धीरे-धीरे ठीक हो जाता है बथुआ में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो कि हमारे
शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं सकारात्मकता का संचार शरीर में बड़ी
तेजी से होता है कई सब्जियों को मिलाकर जो ताकत बनती है मात्र बथुआ के साग में बनती
है यह सभी सब्जियों की रानी है यदि जीना है और जवानी में डॉक्टर से बचाना
है तो बथुआ का साग खाते रहे सीजन में यदि मिलता है तो बार-बार खाएं यह आपको बार-बार
नहीं मिलने वाला सीजन में ही आता है वह भी कुछ दिनों के लिए तो इसका फायदा और लाभ जरूर उठाएं बच्चे बड़े सभी को खाना
चाहिए देसी घी में बथुआ की पूरी या पराठा खाने से शरीर में जितनी भी ठंड होती है
दूर हो जाती है तो इससे सर्दी खांसी जुकाम ठीक होता है शरीर गर्म रहता है जाड़ों में
ठंड से लड़ने की ताकत हमें मिल जाती है एक तरीके से इस साग को सुरक्षा कवच कहा जाता
है हमारा शरीर सुरक्षा कवच घेरे में आ जाता है यह बहुत गर्म साग होता है इतना
गर्म होता है जैसे मानो सुलगती हुई आग जलता हुआ लावा छोटे बच्चों की यदि नाक बह
रही है सर्दी ने जकड़ लिया है तो उबलते हुए साग की जो भाप होती है उस भाप के पास
बच्चे को लाकर उसकी भाप सूंघने से जुकाम सर्दी छाती जकड़न ठीक हो जाती है यह बहुत
ही गर्म साग होता है यह बहुत ही फायदेमंद है बथुआ के साग को धूप में सुखाकर इसका
पाउडर तैयार कर लें और गर्म पानी में आधा चम्मच मिलाकर चाय की चुस्कियां की तरह
पिएं लेकिन याद रहे चीनी दूध आदि बिल्कुल भी ना डालें सुबह खाली पेट पीने से वजन
तेजी से घटता है और चेहरे की रौनक बरकरार रहती है शरीर में जमे फैट को यह पिघला है
यह बहुत गर्म होता है एक बाउल में यदि गर्म पानी के साथ एक चम्मच बथुआ का पाउडर मिलाकर थोड़ा नमक मिलाकर स्वाद अनुसार
सामग्री डालकर सूप बनाया जाए इसके पाउडर का सूप बनाया जाए और पिया जाए तो सर्दी
जुकाम में तुरंत राहत मिलती है नाक गला खुल जाता है छाती खुल जाती है खांसी
धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है इसके पाउडर की चाय पीने से सूप पीने से शुगर कंट्रोल
में रहता है कम हो जाता है हार्ट पेशेंट व्यक्ति को इसका सूप जरूर पीना चाहिए यह
हार्ट में होने वाली गतिविधि को कंट्रोल करता है बच्चों को बथुआ का साग का पाउडर
चटाने से बच्चों की ग्रोथ शिशु की ग्रोथ बहुत अच्छी होती है सुबह शाम चटाए बड़ा
लाभ होता है छोटे-छोटे शिशु को इसका पाउडर छुटकी भर जरूर बच्चों को देना चाहिए या
पूरी पराठा थोड़ा-थोड़ा खिलाना चाहिए बच्चे बीमार नहीं पड़ते यह बच्चों में
इम्युनिटी पावर को बढ़ाता है जाहिर सी बात है जब बच्चों का इम्यून सिस्टम मजबूत होगा
तो वह कभी बीमार नहीं पड़ेंगे आपका बच्चा खिलखिला उठेगा आप चाहे तो बथुआ की साक की
रोटी भी बना सकते हैं आटे में इसके उबले साग को डालकर गंदना चाहिए और आप रोटियां
बनाएं या पराठा या पूरी बना सकते हैं यह जानकारी डॉक्टर द्वारा प्रमाणित है कृपया
लाइक करें सब्सक्राइब करें दोस्तों हम और भी कई पेड़-पौधों के बारे में जानकारी आपको देंगे तो वीडियो आज का बहुत ही
खूबसूरत है तो वीडियो को लाइक करें और खूबसूरत वीडियो का लाभ उठाएं तो चलिए बढ़ते हैं आगे दोस्तों इसका बीज एक बार खा
लो बार-बार खाओगे इसे खाने के बाद महाशक्ति आ जाती है शरीर में घोड़े हाथी
जैसी ताकत आपके शरीर में आ जाएगी का एक टुकड़ा खाते ही शरीर की सारी गर्मी शांत
कर देता है आज एक ऐसे ही छोटे से पौधे के बारे में जानकारी शेयर कर रहा हूं मेरे घर
पर भी यह पौधा लगा हुआ है मैं चाहता हूं आपको भी इसकी जानकारी हो दोस्तों इसकी
पत्तियों को देख लीजिए समझ जाइए और शायद आप इसकी पत्तियों को देख कर के समझ गए होंगे कि यह जो पौधा है यह है छोटा धतूरा
इसे कई नाम से अलग-अलग गांव शहरों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है हमारे यहां
इसे छोटा धतूरा कहा जाता है कई लोग इसे छोटा गोखरू भी कहते हैं कई जगह
पर इसे खाकरा कहा जाता है शंखा होली कहते हैं कांथू बोलते हैं दोस्तों शायद आपको
पता नहीं होगा कि यह बहुत अच्छी एक जड़ीबूटी है अमृत तुल्य है महाशक्तिशाली है इस जड़ीबूटी के आगे कई डॉक्टरी मेडिसिन
फेल हो जाती है तो कचरा आदि और सिर दर्द आदि समझकर इसे ना फेंके अंग्रेजी दवा शरीर
को सही तो जल्दी कर देती है पर बाद में बहुत शरीर अंग्रेजी दवाइयों के सहारे ही चलता है ऐसी दवा शरीर को जीते जी मार देती
है लेकिन पेड़-पौधों से निकला अमृत शरीर को अमर बना देता है ताकतवर बना देता है
बुढ़ापे में भी जवानी की शक्ति रहती है तो चलिए मैं अब आपको बताता हूं कि किन-किन
बीमारियों में यह फायदेमंद है देखिए इसकी पत्तियों को पीस कर के इसका रस यदि आप
अपने बालों पर लगाते हैं मान लीजिए आपके सिर पर बहुत बाल नहीं है गंजापन आ गया है
आप देखेंगे नए बाल उगना शुरू हो जाएंगे जिन्हें बहुत ज्यादा हेयर फॉल होता है वे
लोग तो भी इसे लगा सकते हैं तो यह देखिए इसके बीज यह इसके बीज है यह छोटा धतूरा
दोस्तों आप देख सकते हैं सूखने पर यह कुछ इस कलर का हो जाता है जिसे हम लोग यहां पर
छोटा गोखरू भी कहते हैं इसके पत्तों को देखकर अंदाजा लगाइए और कई लोग इसे खाखरा
संखा होली कहते हैं कॉक लबर कहते हैं इसके बीज जो होते हैं बहुत कंटक युक्त होते हैं
इसलिए तो कपड़ों पर चिपक जाते हैं खासकर मैदानी इलाकों में खुले स्थान पर यह पौधा अपने आप ही उग जाता है वर्षा रथ में यह
अपने आप उगने वाला पौधा है सड़कों के किनारे मैदानी इलाकों में पानी से भरी हुई कई जगह पर यह बहुत आसानी से लग जाता है यह
पौधा अपने आप ही लगता है यदि इसके पत्तों को पीसकर दो से तीन बूंद इसके रस को दही
के साथ लेने से बबासीर में बहुत आराम मिलता है अक्सर मौसम बदलते ही सर्दी खांसी
बच्चों को बड़ों को हो जाती है तो इसके पत्तों को छाव में सूखा ले दूध के साथ जी
हां इसके पत्तों को छाव में सूखने के बाद पीसकर दूध के साथ सेवन करने से सर्दी
खांसी में बहुत आराम मिलता है दोस्तों कैसे हम कमजोरी को दूर कर सकते हैं देखिए
आजकल के समय में ज्यादातर लोग कमजोरी की समस्या से परेशान हैं क्योंकि हमारा
लाइफस्टाइल इतना ज्यादा खराब हो चुका है कि हम अपने शरीर को वह सारे पोषक तत्व दे ही नहीं पाते हैं तो चलिए जानते हैं कि
कैसे इसका सेवन करना चाहिए तो इनके पत्तों को सुखा ले चूर्ण बना लें और दूध के साथ
से करने से आपके अंदर यौन शक्ति बढ़ती है कमजोरी दूर होती है तो बहुत ही सिंपल सा
उपाय है आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं यह मर्दों में ढीलेपन को भी दूर करता है
अक्सर मर्दों का औजार बीवी के सामने जाते ही दम तोड़ देता है मर जाता है औजार ऐसे
हो जाता है जैसे मानो कनपटी पर बंदूक रखती हो बहुत ही कारगर सिद्ध उपाय है यह
दोस्तों आगे बढ़ने से पहले वीडियो को लाइक जरूर करें क्योंकि आप बाद में लाइक करना भूल जाते हैं दोस्तों देखिए वीडियो को
लाइक करने का कोई भी चार्ज नहीं लगता इसीलिए वीडियो को लाइक जरूर करें और हमारे
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आप बालों पर लगाएंगे तो आप यह मानिए कि बालों का झड़ना बिल्कुल रुकेगा गंजे के
सिर पर भी बाल आ जाएंगे इतना फायदेमंद है यदि इसके पत्तों का रस जिन्हें बहुत
ज्यादा सर दर्द होता है इसके पत्तों को पीसकर इसका पेस्ट यदि कुछ समय माथे पर लगाते हैं तो सिर दर्द से तुरंत ही राहत
मिलती है दोस्तों आप यकीन माने यह बहुत ही कारगर सिद्ध उपाय है मैं ईश्वर की सौगंध
खाता हूं यह जो उपाय हम आपको बता रहे हैं यह बहुत ही कारगर है और चमत्कारिक रूप से
इनका इस्तेमाल करके आज लाखों लोग इस्तेमाल करते हैं और बहुत ही जल्द वह ठीक हो जाते
हैं दोस्तों बहुत से लोग तो क्या करते हैं जब इनका सीजन होता है यह बारिश में ही
उगता है छोटा गोखरू इसके पत्तों को सूखा लेते हैं और फिर काम में लेते हैं इतना
ज्यादा यह फायदेमंद होता है और इसे सुखाकर पाउडर बनाकर भी इसको रखते हैं इतना ज्यादा
फायदेमंद है इसके एक चम्मच पाउडर को पत्तियों के पाउडर को तेल में मिला लें
किसी भी तेल में नारियल तेल में सरसों के तेल में और उस तेल को अपने बालों पर लगाएं इस कैल की मसाज करेंगे तो गंजे के सिर पर
भी बाल उगा देगा यह पौधा इतना फायदेमंद है तो हमारे आसपास जो वनस्पति होती है उनके बारे में
हमें जानकारी जरूर होना चाहिए दोस्तों और इसके कुछ ताजी-ताजी पत्तियों को ले लीजिए थोड़ा सा क्रश करके या फिर
किसी भारी चीज से इसका रस निकाले और इसका रस भी आप डायरेक्ट बालों पर लगा सकते हैं
आप चाहे तो थोड़ा सा नारियल का तेल भी मिलाकर इसको लगा सकते हैं और यह जो पौधा होता है वर्षा ऋतु बाला पौधा है बहुत ही
चमत्कारी जड़ीबूटी है छोटा धतूरा कहते हैं इसे इसका जो पौधा होता है दो से तीन फीट
के करीब लंबा होता है शायद 4 फीट से ज्यादा लंबा नहीं होता बहुत से लोग इसे स्किन डिजीज पर भी लगाते
हैं चर्म रोग पर भी इसका रस लगाने से वह धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है ठीक हो जाता
है जड़ से समाप्त हो जाता है अक्सर फोड़े फूसी अगर है कोई घाव है तो उसमें भी इसकी
पत्तियों का पेस्ट लगाएंगे तो फोड़े फूसी ठीक हो जाते हैं चेचक के जो दाग होते हैं
उसमें भी यदि इनकी पत्तियों का रस लगाएंगे तो दाग धब्बे बिल्कुल ही दूर हो जाते हैं
घाव ठीक हो जाता है ऐसा कहा जाता है कि नासूर तक को ठीक कर दे
तेल कैसे बनाना है चलिए बताते हैं ताकि आप बालों पर अप्लाई कर सके दोस्तों अब आपको क्या करना है यहां पर
आप तेल ले सकते हैं नारियल का तेल ले सकते हैं आप यहां पर सरसों का तेल ले सकते हैं
और इस तेल में अब आपको क्या करना है इसकी कुछ पत्तियां डालना है छोटे गोखरू की कुछ
पत्तियां डालना है इसके कुछ पत्तियों को डालकर थोड़ी देर पकाना है ताकि तेल में गोखरू की पत्तियों के सारे पोषक तत्व आ
जाए बहुत से लोग इसे जहरीला कहते हैं जहरीला मानते परंतु यह जहरीला नहीं होता
है और इसके कोमल कोमल पत्तियों को आपको इसमें डालना है आप देखेंगे कि यह जो तेल
है बहुत ही इफेक्टिव रहेगा आप यहां पर नारियल का तेल भी ले सकते हैं पत्तियों को
तोड़ ले और याद रहे पत्तियां ताजी होना चाहिए दोस्तों और ताजी पत्तियों की बात ही अलग होती है ताजी पत्तियों में पोषक
तत्त्वों की मात्रा बहुत ज्यादा होती है तो आप अच्छे से देख ले इसकी पत्तियों को देख लें वैसे भी हमें अपने आसपास के पेड़
पौधे वनस्पति जड़ी बूटियों की जा जानकारी जरूर होना चाहिए कई लोग ऐसे हैं जिन्हें
पेड़ पौधों की जानकारी ना होने की वजह से वह मात्र कचरा समझकर पेड़ पौधों को घर से
ही बाहर फेंक देते हैं जो कि बाद में उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है कि जिसे हम कचरा समझकर बाहर फेंक रहे थे असल में वह
तो हीरा निकला तो दोस्तों इसका तेल निकालने के लिए गैस को स्लो पर चलाएं धीमी
आंच पर स्लो फ्लेम पर 10 मिनट तक इस तेल को पका लें ताकि इन पत्तियों के सारे पोषक तत्व इस यल में आ जाए उसके बाद इस तेल से
आपको अपने स्कैल की मसाज करना है आप देखेंगे बालों का झड़ना बिल्कुल ही रुक
जाएगा दोस्तों इसीलिए तो कहा जाता है कि इस तेल से मालिश करने से या इसके पत्तियों
का पेस्ट लगाने से इसके पत्तियों का रस लगाने से गंजे के सिर पर भी बाल उगना स्टार्ट हो जाते हैं यह इतना ज्यादा
फायदेमंद है तो आप डायरेक्ट इसकी पत्तियों का पेस्ट लगा सकते हैं रस लगा सकते हैं यह
आप चाहे तो जैसे हमने तरीका बताया इसी तरीके से पत्तियों को तेल में डालने के
बाद उपयोग किया जा सकता है बहुत ही कारगर और सिद्ध और 100% उपाय है यह लेकिन याद
रहे खूब अच्छी तरह से तेल को पका लेना है जब तक इसका झाग ना बंद हो जाए आप जितना
चाहे उतना तेल बना सकते हैं लेकिन क्वांटिटी पत्तों की ज्यादा होना चाहिए और
उसी मात्रा में कोई भी तेल होना चाहिए आप ज्यादा बनाकर भी स्टोर कर सकते हैं सप्ताह
में दो बार इस तेल को जरूर लगाएं यह बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है
आयुर्वे वेदिक दवाई में भी छोटे गोखरू का इस्तेमाल किया जाता है बहुत सी जो
आयुर्वेदिक दुकानें होती हैं वहां पर यह मिलता भी है आजकल तो सूखे इसके बीज भी
मिलते हैं बाजार में तो ऐसे कई रोगों में इस्तेमाल किया जाता है यह बहुत ही मेडिसिन
प्लांट है बहुत ही अच्छी जड़ीबूटी है जो कि गंजेपन की समस्या को तुरंत ही दूर करती
है इसके जो पत्ते होते हैं थोड़े से पत्ते को अगर आप छुए तो पत्ते थोड़े से खुरखुरा
से होते हैं स्वाद में इसके पत्ते थोड़े से कड़वे होते हैं परंतु औषधि गुण इसमें
भरपूर होता है तेल को छानने के बाद आप इसे अच्छे से स्टोर कर ले इस तेल से यदि मसाज
करेंगे तो हेयर फॉल रुकेगा नए बाल आना स्टार्ट होंगे आपको खुद को अंतर महसूस
होगा आपके बाल कब निकल आएंगे आपको पता भी नहीं चलेगा आप चौक जाएंगे यदि पैर का
नाखून धड़ से अलग हो गया है या टूटने वाला है तब इसके पत्तों का कच्चा रस लगाएं
तुरंत नया नाखून निकलना शुरू हो जाता है और दर्द धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है यदि
आंखों के नीचे के घेरे काले पड़ गए हैं डार्क सर्कल आ गए हैं तब इनके पत्तों का ताजी रस उंगलियों की सहायता से या किसी
कॉटन की सहायता से एक बूंद आंखों के नीचे वाले हिस्से पर हल्का सा लगा दें डार्क
सर्कल एक हफ्ते में या एक महीने में जड़ से समाप्त हो जाते हैं यदि सर में बार-बार
जू हो जाती है आप परेशान हो गए हैं सर को खुजाते खुजाते आप पागल से हो गए हैं सर
बार-बार गंदा हो जाता है डैंड्रफ आ जाता है तब इसके पके हुए तेल को सर में लगाएं
और सर की मालिश करें इसकी सुगंध से जू आपके आसपास भी नहीं भटकेगी और डैंड्रफ आदि
भी नहीं होगा इसका तेल एंटीबायोटिक का काम करता है दोस्तों यह उपाय 100% कारगर सिद्ध
है उपाय अगर पसंद आए तो एक लाइक जरूर करें कमेंट बॉक्स में बताएं आपको यह उपाय कैसे लगे दोस्तों आपसे एक निवेदन है हमारे देश
भारत में जड़ीबूटी पेड़-पौधों की जानकारी समाप्त हो रही है हम अपने इस चैनल स्माइल
फैमिली में पेड़-पौधों की जानकारी को पुनः भारत में
youtube0 वीडियो को लाइक करें चैनल को सब्सक्राइब करें और कमेंट में अपना नाम और
जिला भी लिखें तथा 10 लोगों को इस वीडियो को शेयर करें ताकि इस तरह के पेड़-पौधे
जड़ीबूटी की जानकारी को लोग समझे और अपनाएं करंज बीज के पेस्ट को दूध में
पकाकर ठंडा कर ले इसे छानकर आंखों में काजल की तरह लगाने से आंखों के रोगों में
लाभ मिलता है दोस्तों करंज बीज के चूर्ण में पलाश के फूल के रस की अनेक भावना देकर
उसकी बत्ती बना लें इसे आंखों में काजल की तरह लगाने से आंखों के पुराने रोग नेत्र
शुक्र में तुरंत लाभ होता है करंज पंचांग को जलाकर भस्म बना लें इसमें नमक मिलाकर
दांतों पर मलने से दंत शूल दांतों का दर्द ठीक होता है एक से तीन ग्राम करंज बीज के
चूर्ण को मधु के साथ मिलाकर चाटने से कुकुर खांसी में लाभ मिलता है करंज के
पत्ते के काढ़े से बने यवागु को पीने से उल्टी पर रोक लगती है करंज का काढ़ा बनाकर
गरारे करने से तथा करंज की लकड़ी से दंत धावन करने से भूख बढ़ती है और भोजन के
प्रति अरुचि समाप्त होती है 20 से 30 मिलीलीटर अमल कांजी में 65 मिलीग्राम करंज
क्षार विग नमक तथा 500 मिलीग्राम पिपली का चूर्ण मिला लें इसका सेवन करने से प्ली
होदर तिल्ली के बढ़ने की समस्या में लाभ होता है करंज फल मज्जा एक से दो ग्राम को
भून ले इसमें सेंधा नमक मिला लें इसका सेवन करने से पेट के दर्द से आराम मिलता
है करंज के बीजों का छिलका उतार कर साफ कर ले इसे तोहर के पत्तों के रस की भावना दे
इसके बाद इसे धूप में सुखाकर तेल निकाल ले इसका प्रयोग करने से पेट के फोड़े ठीक
होते हैं करंज बीज सोठ तथा बज्जे को करंज के काढ़े में पीसकर लगाने से पेट के फोड़े
ठीक होते हैं करंज के छिलका रहित बीज चूर्ण को सेहुंड के रस के साथ पीस लें इसे
लगाने से पेट के अंदर के फोड़े ठीक होते हैं 5 मिलीलीटर करंज के पत्ते के रस में 2
मिलीलीटर चित्रक के पत्ते का रस मिला लीजिए इसमें 500 मिलीग्राम मरे चूर्ण तथा
नमक मिलाकर सेवन करने से जठराग्नि दीप्त होती है तथा दस्त पर रोक लगती है 2 ग्राम
करंज के पत्र को घी या तेल में भूनकर उसमें जौ का सत्तू मिला लें भोजन के पहले
सेवन करने से बवासीर ठीक हो जाता है एक ग्राम करंज की जड़ को गोमूत्र में
पीस लें इसे छाछ के साथ तीन दिनों तक पिएं इसके अलावा एक से तीन ग्राम बीज चूर्ण में
शर्करा मिलाकर खाने से भी बवासीर में लाभ होता है करंज के कोमल पत्तों को पीसकर
बवासीर के मस्सों में लगाएं इससे खूनी बवासीर में लाभ होता है करंज की जड़ को
पीस लें इसका रस निकालकर भगंदर पर लगाने से लाभ होता है करंज के फूलों का काढा बना
लें इसे 10 से 15 मिलीलीटर की मात्रा में पीने से बार-बार पेशाब करने की समस्या
मूत्र अतिसार में लाभ होता है करंज के बीज के तेल में एक से दो बूंद नींबू का रस
मिला लें इसे घाव पर लगाने से उपदंश या सिफ्लिश में लाभ होता है करंज के बीज के
तेल की जोड़ों पर मालिश करने से आमवात गठिया में लाभ होता है करंज फल तथा सरसों
को गोमूत्र में पीसकर गुनगुना कर लें इसका लेप करने से लकवा में लाभ होता है खदेरन
अग्नि मंद करंज की जड़ आदि के काढ़ा ले इसके अलावा आप करंज की जड़ को गोमूत्र से
पीस सकते हैं इसका शचनर करने से लकवा वाले अंग में लाभ होता है करंज बीज तथा बहेड़ा
के तेल को नाक के रास्ते लेने से कुष्ठ रोग और कीड़ों के कारण होने वाली बीमारी में लाभ मिलता है सफेद करवीर की जड़ कुटज
फल करंज फल दारू हल्दी की छाल तथा चमेली के पत्ते को पीसकर लगाएं इससे कुष्ठ रोग
में लाभ होता है बराबर मात्रा में कूट करंज बीज तथा था चक्र वढ़ बीज को पीस लें
इसे लगाने से कुष्ठ रोग में लाभ होता है करंज के पत्ते 2 ग्राम चित्रक के पत्ते 1
ग्राम तथा काली मरज 1 ग्राम लें तीनों को मिलाकर पीसकर उसमें नमक मिला लें इसे दही
के साथ खाने से कुष्ठ रोग ठीक होता है चलिए जानते हैं आज की इस फ्रेश नवीन
जानकारी को कटेरी एक प्रकार का कांटेदार पौधा होता है जो जमीन में फैला होता है
कटेरी के पत्ते हरे रंग के फूल नीले और बैंगनी रंग के और फल गोल और हरे रंग के
सफेद धारीदार होते हैं इस कांटेदार पौधे के इतने गुण हैं कि आयुर्वेद में इसका
उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है चलिए इस अनजानी जड़ीबूटी के बारे में विस्तार
से जानते हैं कि यह कैसे और किन-किन बीमारियों के लिए उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है कटेरी का पौधा झाड़ी के रूप
में जमीन पर फैला हुआ होता है इसको देखने से ऐसा लगता है जैसे कोई क्रोधित नागिन
शरीर पर अनेकों कांटों का वत्र ओढ़े गर्जना करती हुई मानो कहती हो मुझे कोई छूना मत कटेरी में इतने कांटे
होते हैं कि इसे छूना दुष्कर है इसीलिए इसका एक नाम दुष्प है कटेरी की कई
प्रजातियां होती हैं परंतु मुख्यतः तीन प्रजातियां पहला है छोटी कटेरी दूसरा है
बड़ी कटेरी तथा तीसरा है श्वेत कंठका का प्रयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है छोटी
कटेरी के दो भेद होते हैं एक तो बैंगनी या नीले रंग के पुष्प वाली जो कि सभी जगह मिल
जाती है दूसरी सफेद पुष्प वाली जो हर जगह नहीं मिलती है इस दूसरी प्रजाति को सफेद
कंठका कहते हैं इस प्रजाति को श्वेत चंद्र पुष्पा श्वेत लक्ष्मणा दुर्लभा चंद्रहासा
गर्भधाना मों से जाना जाता है सफेद कांटे वाला पौधा वर्षु छोटा एवं हल्के रंग का
होता है इसके फूल सफेद रंग के होते हैं तथा फूलों के भीतर की केसर सफेद या पीले
रंग की होती है इसकी जड़ छोटी पतली तथा शाखा युक्त होती है यह पौधा शीत थु में
पैदा होता है तथा वर्षा रथ में गल जाता है गर्म प्रकृति की होने के कारण कटेरी पसीना
पैदा करने वाली होती है तथा कफ बाद को भी कम करने में मदद करती है कटेरी का पौधा
कटू कड़वा और गर्म तासर का होने के कारण खाना हजम करने में सहायता करता है भूख कम
लगने और पित्त संबंधी बीमारी को दूर करने में यह औषधि बड़ी प्रभावशाली तरीके से काम
करती है यह मूत्र संबंधी बीमारी और बुखार को कम करने में फायदेमंद होती है
मूत्र होने के कारण शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाकर सूजन में सुजाक या गोनोरिया मूत्र घात और मूत्राशय की पथरी में भी यह
औषधि लाभकारी सिद्ध हुई है यह खून को साफ करने वाली सूजन कम करने वाली और रक्त भार
को कम करती है यह सांस संबंधी लिकाओं तथा फेफड़ों से हिस्टन को निकालती है यह आवाज
को बाघ या व्याघ्र के समान तेज करती है इसलिए इसको वगी कहते
हैं श्वेत कंठका प्रकृति से कड़वी गर्म कफ वात कम करने वाली रुचि बढ़ाने वाली नेत्र
के लिए हितकर भूख बढ़ाने वाली पारद को बांधने वाली तथा गर्भ स्थापक होती है इसके
बीज भूख बढ़ाने में मदद करते हैं इसकी जड़ भूख बढ़ाने तथा हजम शक्ति बढ़ाने में मदद
करती है श्वेत कंठका के फल भूख बढ़ाने वाली कृमि रोधी सांस की तकलीफ खांसी बुखार
या ज्वर मूत्र क्रीच या मूत्र संबंधी समस्या अरुचि या खाने की कम इच्छा कान में
सूजन आदि बीमारी के उपचार में हितकारी होती है श्वेत कंठका के फल का काढ़ा बुखार
से राहत दिलाता है कंठका की जड़ से प्राप्त रस में
स्टेफिलोकुक्कल तो दोस्तों कृपया इस छोटे से कार्यक्रम में आप भी हमारा साथ दीजिए
इसके लिए आप हमारे वीडियो को लाइक करें चैनल को सब्सक्राइब करें और कमेंट में अपना नाम और जिला भी लिखें तथा 10 लोगों
को इस वीडियो को शेयर करें ताकि इस तरह के पेड़-पौधे जड़ीबूटी की जानकारी को लोग समझे और
अपनाए अगर आपको काम के तनाव और भाग दौड़ भरी जिंदगी की वजह से सिर दर्द की शिकायत
रहती है तो कटेरी का घरेलू उपाय बहुत लाभकारी सिद्ध होता है कटेरी का काढ़ा
गोखरू का काढ़ा तथा लाल धान के चावल से बने ज्वरनाशक पे का थोड़ी-थोड़ी मात्रा
में दिन में तीन-चार बार सेवन करने से बुखार होने पर जो सिर दर्द होता है उसमें आराम मिलता है कटेरी के फल के रस को माथे
पर लेप करने से सिर दर्द कम होता है अक्सर किसी बीमारी के कारण बाल झड़ करर गंजेपन
की अवस्था आ गई है तो कटेरी का इलाज फायदेमंद साबित हो सकता है 20 से 50
मिलीलीटर कटेरी पत्ते के रस में थोड़ा शहद मिलाकर सिर में चंपी करने से इंद्र लुप्त
गंजेपन में लाभ होता है श्वेत कंठका के 5 से 10 मिलीलीटर फल के रस में मधु मिलाकर
सिर में लगाने से इंद्र लुप्त में लाभ होता है दिन भर बाहर धूल मिट्टी या धूप में काम
करने पर अक्सर बालों में रूसी की समस्या हो जाती है इससे निजात पाने के लिए कटेरी
फल के रस में समान मात्रा में मिलाकर सिर में लगा सकते हैं आंख संबंधी बीमारियों
में बहुत कुछ आता है जैसे सामान्य आंख में दर्द रतौंधी आंख लाल होना आदि इन सब तरह
की समस्याओं में कटेरी से बना घरेलू नुस्खा बहुत काम आता है कटेरी के 20 से 30
ग्राम पत्तों को पीसकर उनकी लुगदी बनाकर आंखों पर बांधने से आंखों का दर्द कम होता
है मौसम के बदलने पर नजला जुकाम व बुखार हो जाता है उसमें पित्त पापड़ा गिलय और
छोटी कटेरी सबको समान मात्रा में 20 ग्राम लेकर आधा लीटर पानी में पकाकर एक चौथाई
भाग का काढा पिलाने से बहुत लाभ मिलता है दांत दर्द की परेशानी दूर करने में कटेरी
मदद करती है अगर दांत बहुत दुखता हो तो कटेरी के बीजों का धुआं लेने से तुरंत
आराम मिलता है कटेरी की जड़ छाल पत्ते और फल लेकर उनका काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से
भी दांतों का दर्द दूर होता है श्वेत कंठका के बीजों का धूम्रपान के रूप में प्रयोग करने से दांतों का दर्द तथा दंत
क्रम कम होता है अगर मौसम के बदलाव के कारण खांसी से परेशान है और कम होने का
नाम ही नहीं ले रहा है तो बांस से इसका इलाज किया जा सकता
आधा से एक ग्राम कटेरी के फूल के चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर चाटने से बालकों की सब
प्रकार की खांसी दूर होती है 15 से 20 मिलीलीटर पत्ते का रस या 20 से 30 मिली
जड़ के काढ़े में 1 ग्राम छोटी पीपल चूर्ण एवं 250 मिलीग्राम सेधा नमक मिलाकर देने
से खांसी में आराम मिलता है छोटी कटेरी के रस से पकाए हुए घी को 5 से 10 ग्राम की
मात्रा में सेवन करने से खांसी में आराम मिलता है 25 से 50 मिलीलीटर कटेरी काढ़े
में एक से 2 ग्राम पिप्पली चूर्ण मिलाकर सेवन करने से खांसी से राहत मिलती
है 20 से 40 मिलीलीटर कंठका का काढ़े का सेवन करने से सांस संबंधी समस्या खांसी
तथा छाती के दर्द में लाभ होता है सफेद कंटकारी के एक से दो ग्राम फल चूर्ण में
मक्खन मिलाकर सेवन करने से आराम मिलता है मौसम के बदलते ही दमा या अस्थमा के रोगी
को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है लेकिन कटेरी का औषधीय गुण इस कष्ट से आराम
दिलाने में लाभकारी होता है कटेरी की प्रसिद्ध कफ को नाश करने के संबंध में बहुत अधिक है छाती का दर्द इत्यादि रोगों
में इसका बहुत प्रयोग होता है जब छाती में कफ भरा हुआ हो तब इसका 20
से 30 मिलीलीटर काढ़ा देने से बहुत लाभ होता है इसके फलों के 20 से 30 मिलीलीटर
काढ़े में 500 मिलीग्राम भुनी हुई हींग और एक ग्राम सेंधा नमक डालकर पीने से जीर्ण
अस्थमा में भी लाभ होता है कटेरी पछा को यव कुटक आठ गुना पानी मिलाकर गाढ़ा होने
तक पकाएं गाढ़ा होने पर कांच की शीशी में रखें इसमें एक ग्राम मधु मिलाकर सुबह शाम
सेवन करने से आराम मिलता है छोटी कटेरी के दो से चार ग्राम कल्प में 500 मिलीग्राम
हींग तथा दो ग्राम मधु मिलाकर सेवन करने से अस्थमा में लाभ होता है छोटी कटेरी की
जड़ श्वेत झीर और आंवला से बने चूर्णम एक से तीन ग्राम में मधु मिलाकर प्रयोग करने
से अस्थमा में लाभ होता है अगर मसालेदार खाना खाने या किसी बीमारी के साइड इफेक्ट
की वजह से उल्टी हो रही है तो कटेरी का सेवन इस तरह से करने पर फायदा मिलता
है 10 से 20 मिलीलीटर कटेरी के रस में दो चम्मच मधु मिलाकर देने से उल्टी से राहत
मिलती है अडूसा गिलय तथा छोटी कटेरी से बने कांडे को ठंडा होने पर उसमें मधु
मिलाकर 10 से 20 मिलीलीटर की मात्रा में पीने से सूजन और खांसी से आराम मिलता है
अगर खानपान में गड़बड़ी होने पर बदहजमी की समस्या हो रही है तो उसमें कटेरी का इस तरह से सेवन करने पर आराम मिलता है समान
मात्रा में कटेरी और गिलय के 1 लीटर रस में 1 किलोग्राम घी डालकर पकाना चाहिए जब
केवल घी मात्र शेष रह जाए तब उसको उतार कर छान लें इस घी को 5 ग्राम की मात्रा में
सेवन करने से अपज की समस्या तथा खांसी की समस्या से राहत मिलती है मूत्र संबंधी
बीमारी में बहुत तरह की समस्याएं आती हैं जैसे मूत्र करते वक्त दर्द या जलन होना
मूत्र रुक-रुक कर आना मूत्र कम होना आदि कटेरी इस बीमारी में बहुत ही लाभकारी
साबित होता है छोटी कटेरी की जड़ के चूर्ण में समान भाग में बड़ी कटेरी की जड़ का
चूर्ण मिलाकर दो चम्मच दही के साथ सात दिन तक खाने से पत्थरी मूत्र क्रीच मूत्र
त्याग में कठिन तथा जलोध पेट में जल की मात्रा अधिक होने के कारण सूजन में लाभ
होता है कटेरी के 10 से 20 मिलीलीटर रस को मट्ठे में मिलाकर कपड़े से छानकर पिलाने
से मूत्र क्रच पेशाब की रुकावट में लाभ हो है कटेरी का औषधीय गुण गर्भपात के खतरे को
कम करने में मदद करता है छोटी कटेरी या बड़ी कटेरी की 10 से 20
ग्राम जड़ों को दो से चार ग्राम पिपली के साथ मिलाकर भैंस के दूध में पीस छानकर कुछ
दिन तक रोज दो बार पिलाते रहने से गर्भपात का भय नहीं रहता और स्वस्थ शिशु का जन्म
होता है बुखार के लक्षणों से कष्ट से निजात दिलाने में कटेरी का घरेलू उपाय
लाभकारी होता है कटेरी की जड़ और गिलय को समान मात्रा में मिलाकर काढ़ा बना लें 10
से 20 मिलीलीटर काढ़ा को सुबह शाम पिलाने से बुखार तथा पूरे शरीर का दर्द कम होता
है कटेरी की जड़ सोठ बला मूल गोखरू तथा गुड़ को संभाग लेकर दूध में पकाकर 20 से
40 मिलीलीटर सुबह शाम पीने से मल मूत्र की रुकावट बुखार और सूजन दूर होती हैं यदि
आपने भी लगा रखा है घर में सदा बहार का पौधा या गलती से घर में उगाया है तो तुरंत
करें यह काम नहीं तो बहुत पछताओगे सदाबहार के पौधे में होती है यह एक चीज आज ही जान
लो गलती से अगर आपने भगवान को चढ़ा दिया है तो जरूर देखें दोस्तों सबसे पहले तो
वीडियो को लाइक कर दे लाइक करने का कोई चार्ज नहीं लगता आज की वीडियो बहुत ही सुंदर है पहले वीडियो को लाइक करें और
खूबसूरत वीडियो का लाभ उठाएं दोस्तों आपको बता दें जितने भी धनवान व्यक्ति है जितने
भी पैसे वाले लोग हैं उन सभी के घरों में आपको यह पौधा 100% मिलेगा और दोस्तों आपको
बता दें कि सदा बहार का जो पौधा होता है उसमें कई फूल खिलते हैं इसी के साथ आपको
बता दें कि सदाबहार का जो पौधा होता है वोह बहुत आसानी से उग जाता है और इसे कहीं
पर भी आप बहुत आसानी के साथ उगा सकते हैं दोस्तों आपको बता दें सबसे बड़ी बात कि यह
जो सदा बर के रंग बिरंगे फूल है ना यह आपकी किस्मत को बदल देंगे आपकी किस्मत को
रातों रात चमका देंगे जी हां दोस्तों जिस तरह से यह रंग बिरंगे फूल होते हैं और
जैसे यह रंग बिरंगे कलर के होते हैं उसी तरह से यह तुम्हारी जिंदगी में भी रंग बिरंगे रंग भर देंगे दोस्तों आप एक बार इस
पौधे के उपाय को जरूर आजमा कर देखें और इसके लाभ भी आप स्वयं देख लेंगे अगर आप भी
अपने जीवन में बहुत मेहनत करते हैं बहुत प्रयास कर रहे हैं जिंदगी में सफल होने का
मगर सफल नहीं हो पा रहे हैं बार-बार आपको असफलता का मुंह देखना पड़ रहा है आप
बार-बार निराश हो रहे हैं तब तो आपको यह उपाय जरूर ही कर लेना चाहिए अगर कोई
व्यक्ति कोई अपना व्यापार शुरू करता है कोई काम शुरू करता है और अगर उसे उसमें नुकसान होने लगे और उसका वह व्यापार ना
चले तो व्यक्ति बहुत परेशान हो जाता है और वह सोचने लगता है कि अब इस व्यापार को मैं
बंद ही कर देता हूं अब इस काम को करने से कोई फायदा नहीं है जब इस काम से मुझे कोई
मुनाफा ही नहीं हो रहा है मेरी आर्थिक स्थिति अच्छी हो ही नहीं पा रही है फिर
व्यक्ति परेशान होकर सोचता है कि चलो हटाओ रहने दो इस काम को अब हम हटा देते हैं बंद
कर देते हैं कोई दूसरा काम कर लेते हैं और इसी तरह से व्यक्ति काम भी बदलते रहते हैं
बहुत कोशिश करते हैं लेकिन उसके बावजूद उनको सफलता प्राप्त नहीं हो पाती है जैसा
वह चाहते हैं उनकी मनोकामना पूरी नहीं हो पाती है उनका व्यापार नहीं चल पाता है तो
अगर आप भी अपने जीवन में कोई व्यापार कर रहे हैं और आपको बार-बार उसमें नुकसान
देखने को मिल रहा है या जो भी काम आपने शुरू किया है वह काम आपका नहीं चल पा रहा है जिस चीज को लेकर आप बहुत ज्यादा परेशान
हैं किसी विशेष क्षेत्र में आपने तैयारी कर रखी है लेकिन उसमें भी आपको सफलता
प्राप्त नहीं हो पा रही है तब आपको एक बार सिर्फ एक बार इस उपाय को जरूर करके देखना
चाहिए आप इसके परिणाम और इसके लाभ इसके चमत्कारी लाभ आप खुद देख लेंगे इसी के साथ
दोस्तों इस उपाय को वह लोग भी कर सकते हैं जिनके सर पर बहुत ज्यादा कर्जा हो गया है
या जिसने किसी से बहुत ज्यादा उधार पैसा ले लिया है और वह उस उधार को चुकाने में सक्षम नहीं है चुका नहीं पा रहे हैं लेकिन
कभी-कभी होता यह है कि व्यक्ति चाहे कितनी भी मेहनत कर ले उसके बाद उसको सफलता प्राप्त नहीं हो पाती है और दूसरी तरफ ऐसे
भी लोग होते हैं जो दिन रात मेहनत करके धन कमाते हैं लेकिन उनके हाथ में धन आते ही
बहुत तेजी के साथ वह धन उनका चला जाता है कभी बीमारियों में वह पैसा चला जाता है तो
कभी किसी अन्य चीज में वह पैसा उनका चला जाता है कुल मिलाकर आप कह सकते हैं कि उनका जो धन है वह अच्छे कार्य में कम जाता
है लेकिन बीमारियों में और बुरे कार्यों में ज्यादा उनका वह धन बर्बाद हो जाता है
जिसको लेकर वह बहुत परेशान रहते हैं और महीना खत्म होने से पहले ही उन्हें किसी ना किसी से उधार लेना पड़ जाता है और
देखिए उधार व्यक्ति कभी भी अपनी मर्जी से तो लेता नहीं है जब व्यक्ति के ऊपर बहुत
ज्यादा परेशानी आ जाती है उसके जीवन में बहुत सारे कष्ट आ जाते हैं जिसके चलते उस
व्यक्ति को अपना घर चलाने के लिए और बहुत सारी आवश्यकताएं ऐसी होती हैं जिन्हें
पूरा करना व्यक्ति का दायित्व होता है जिसके चलते वह किसी ना किसी से पैसा उधार
ले लेता है यह सोच करर कि कि अगले महीने उस पैसे को मैं चुका दूंगा लेकिन जैसे ही
अगला महीना आता है समस्याएं और परेशानियां खत्म होने का नाम ही नहीं लेती है जिसके
चलते उसके सर पर कर्जा बढता ही चला जाता है और वह उस कर्जे को चुकाने में धीरे-धीरे असम होता चला जाता है उस कर्जे
को चुकाने में उसे बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है या कभी-कभी व्यक्ति इतना
ज्यादा भी कर्ज में डूब जाता है कि उसके बस के बाहर हो जाता है कर्जे को अपने सर
से उतारना जी हां दोस्तों तो अगर आपके जीवन में भी ऐसी कोई समस्या है तो आपको यह
उपाय जरूर ही कर लेना चाहिए दोस्तों हम आपको बताएंगे ऐसे चमत्कारी फूल के बारे
में ऐसे लाभदायक फूल के बारे में जिसका उपाय यदि आप कर लेते हैं तो आप खुद देखेंगे कि कितने ज्यादा चमत्कारी लाभ उस
पौधे के है यदि इसका सही प्रकार से उपयोग किया जाए उपाय किया जाए और भगवान को यह फूल अर्पित कर दिया जाए तो यकीन मानिए
आपके जीवन की सारे कष्ट सारी परेशानियां तो दूर हो ही जाएगी साथ ही साथ जो भी आपकी
मनोकामना है वह बहुत जल्दी पूरी हो जाएगी इसी के साथ दोस्तों आपके जीवन में अगर धन
से जुड़ी समस्याएं बन चुकी हैं आपके जीवन में धन आना बंद हो गया है अगर आप चाहते
हैं कि आपके जीवन में आपके घर में धन की वर्षा होने लगे तो आपको कुछ भी नहीं करना है सिर्फ इस पौधे को अपने घर में लेकर आना
है और जब आप इस पौधे को अपने घर में लेकर आएंगे अपने घर में लगाएंगे तो यह खुद ही
धन को खींच करर आपके घर में ले आएगा दोस्तों इस उपाय को करने के बाद जब भी आप जो काम करेंगे ना उसमें आपको सफलता
प्राप्त होगी और इस उपाय को करने के बाद यदि आप मिट्टी भी बेचने जाएंगे ना तो उससे
भी आपको कई गुना लाभ प्राप्त होगा तो आज की वीडियो में हम आपको तीन से चार उपाय
ऐसे बताएंगे जो सदा बहार फूल के ही उपाय है और जिन उपायों को यदि आप कर लेते हैं
तो आपको कई गुना लाभ इन उपायों का मिल जाएगा तो आपको सिर्फ इतना करना है कि आपको
जो भी उपाय हम आपको बताएंगे उन्हें बहुत ध्यानपूर्वक सुनना है और उपायों को अच्छे
से समझ के करना है जिससे कि आपसे कोई भूल चूक ना हो बिल्कुल अच्छे से आप वीडियो को
पूरा देखें और उपायों को तभी करें जब आप वीडियो को पूरा देख लें और उपायों को अच्छे से समझ लें तभी आपको यह उपाय लाभ
देंगे दोस्तों इसी के साथ कमेंट सेक्शन में सबसे पहले माता शेरोवाली के लिए जयकारा लगा दें आप चाहें तो अपने ईष्ट देव
का जयकारा लगा दीजिए किसी का भी आप जयकारा लगाए लेकिन जयकारा जरूर लगाएं और अगर आप
हमारे चैनल पर पहली बार आए हैं तो चैनल को जरूर सब्सक्राइब कर ले और वीडियो को लाइक जरूर कर दें तो चलिए जल्दी से हम आपको बता
देते हैं कौन-कौन से हैं वो उपाय देखिए यह तो आप सभी जानते हैं कि संसार में बहुत
तरह के वृक्ष पाए जाते हैं और सभी वृक्षों का अलग-अलग महत्व होता है उन्हीं में से
कुछ पेड़ पौधे कुछ वृक्ष ऐसे होते हैं जो देवी तुल्य होते हैं मतलब कहने का है कि
जिन्हें देवी का दर्जा प्रदान किया गया है जिन्हें देवताओं का दर्जा प्रदान किया गया है जैसा कि आप जानते हैं तुलसी का पौधा हो
गया पीपल का वृक्ष हो गया बट वृ वृक्ष हो गया यह सभी बहुत पूजनीय पौधे माने गए हैं
तो आपको बता दें कि कुछ वृक्ष ऐसे होते हैं जिनमें देव्य शक्ति होती है जिनके अंदर बहुत अलौकिक चमत्कार होते हैं अगर
बात कर ले पीपल के पेड़ की तो उसमें साक्षात श्री हरि विष्णु का वास माना गया है और समस्त देवी देवताओं का वास भी पीपल
के पेड़ के अंदर माना जाता है और अगर हम बात करें समी के पेड़ की तो समी का जो पेड़ होता है उसे शनिदेव की तरह ही देखा
जाता है कहा जाता है कि शनिदेव का उसमें वास होता है और अगर बात करें आंख के पेड़
की तो यानी कि हम जब आखड़े का पेड़ देखते हैं उसे निहारते तो ऐसा लगता है कि गजानन
को हम निहार रहे हैं बेल का पेड़ हो गया जो कि बहुत ही पूजनीय है यह आप भी जानते
हैं तो आपको बता दें कि हर पेड़ की अपनी-अपनी दिव्य शक्तियां होती हैं अपने अपने लाभ और अपने-अपने चमत्कार होते हैं
अब मान लीजिए किसी भी पेड़ की जिनमें दैवीय शक्ति होती है उनमें से किसी भी
पेड़ की यदि हम सही प्रकार से पूजा कर लेते हैं अच्छे से उपायों को कर लेते हैं तो यकीन मानिए आप अपने जीवन की समस्त
समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं और आप अपने जीवन में जो चाहे वह पा सकते हैं
बड़ी से बड़ी मनोकामना भी आप अपनी पूरी कर सकते हैं और अगर हम बात करें सदा बाहर के फूल की तो सदा बाहर एक ऐसा फूल है जो सदा
खिलता रहता है हमेशा यह खिला रहता है इसी कारण इसे सदा बहार का फूल भी कहा जाता है
और इसीलिए दोस्तों यह जो सदा बहार का फूल है यह सदा के लिए आपके भाग्य को चमका सकता
है आपकी किस्मत को बदल सकता है तो इस फूल के बहुत बहुत सारे लाभ बहुत सारे चमत्कार
है हम आपको बहुत ही सरल शब्दों में बताने का और समझाने का पूरा प्रयास करेंगे जिससे
कि आपको किसी समस्या का सामना ना हो आप उपायों को बहुत अच्छे से समझ के अच्छे से कर सकें आप चाहे तो इनको लिख भी सकते हैं
और आप चाहे तो हमारी वीडियो को दोबारा भी देख सकते हैं आपको उपाय अच्छे से समझ आ जाएंगे तो देखिए अगर बात करें सदा बाहर के
फूल की उस पौधे की तो सदा बाहर के दो रंग के फूल होते हैं एक फूल होता है सफेद रंग का और वहीं दूसरा जो फूल होता है वह होता
है गुलाबी रंग का आपने देखा भी होगा हल्का गुलाबी रंग का वह फूल होता है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सफेद रंग का जो
सदा बहार का फूल होता है वह माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही कारगर फूल है बहुत ही ज्यादा माता लक्ष्मी को वह फूल
पसंद है और गुलाबी रंग का जो सदाबहार का फूल होता है वह भी माता लक्ष्मी को अति
प्रिय होता है क्योंकि गुलाबी रंग तो माता रानी का सबसे ज्यादा प्रिय रंग है तो जब
आप सदाबहार के इन फूलों का कोई उपाय करते हैं तो इसका मतलब है कि धन खींचने की चाबी
आपने अपने पास रख ली है धन खींचने का पौधा अब आपने अपने घर पर लगा लिया है इसी के
साथ दोस्तों आपको बता दें कि शिव जीी को सफेद रंग का जो सदाबहार का पुष्प होता है
जो फूल होता है शिव जीी को सफेद रंग का सदाबहार का पुष्प बहुत ज्यादा प्रिय होता
है यदि आप इस सफेद रंग के पुष्प को शिवजी को अर्पित करते हैं तो आपके जीवन की बहुत
सारी समस्याओं से आपको छुटकारा मिल जाएगा और आपके जीवन में जो भी राहु केतु का दोष है वह भी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा तो
जब भी आप आप इस सफेद रंग के पुष्प को शिवजी को अर्पित करें या माता रानी को अर्पित करें तो आप अपनी मनोकामना बोल दे
आपकी कैसी भी मनोकामना है वह जरूर पूरी हो जाएगी और यदि आप इस सफेद रंग के पुष्प को
शिवजी को अर्पित करते हैं तो शनिदेव भी आपसे बहुत प्रसन्न होते हैं अगर आपके पास
सदा बाहर के पुष्प है आपके घर में कोई पौधा लगा है तो बहुत अच्छा है लेकिन अगर
आपके घर में सदा बाहर का फूल नहीं है पौधा नहीं है तो आपको अपने आसपास यह बहुत ही
आसानी से प्राप्त हो जाएंगे वहां से भी आप इन फूलों को ले सकते हैं तो चलिए सबसे
पहला उपाय हम आपको बता देते हैं कि आपको सफेद रंग के सदाबहार के पुष्प लेने हैं और किस दिन इस उपाय को करना है आपको यह उपाय
करना है शुक्रवार के दिन तो दोस्तों आपको सफेद रंग के पुष्प तोड़कर लाना है और उनसे
ही आपको उपाय करना है तो उपाय आप कैसे करेंगे इस चीज को भी आप अच्छे से समझ
लीजिए तो देखिए आपको सूर्यास्त होने से पहले-पहले फूलों को तोड़कर लाना है तो
आपको कितने फूल तोड़कर लाने हैं या तो आपको 27 फूल तोड़कर लाने हैं और या फिर
आपको 21 फूल तोड़कर लानी है अगर आप 27 फूल तोड़ते हैं तो उसका उपाय अलग है और यदि आप
21 फूल तोड़कर लेकर आते हैं तो उसका उपाय अलग है लेकिन हम आपको बताएंगे तो इसलिए
वीडियो में अच्छे से बने रहे और उपायों को अच्छे से समझे तो अगर आप 27 फूल तोड़कर
लाए हैं सफेद रंग के ठीक है ना सदा बहार के 27 फूल सफेद रंग के यदि आप तोड़कर लेकर
आए हैं जब आप 27 फूल सफेद रंग के सदा बहार के तोड़कर ले आएंगे उसके बाद आपको अपने घर
के मंदिर के पास आना है और आपको लेना है एक दिया और लंबी बाती का आपको एक दीपक जलाना है दीपक आप घी का जला सकते हैं उसके
बाद आपको एक लाल रंग का छोटा सा कपड़ा लेना है और लाल कपड़ा वहां मंदिर में आपको बिछा देना है अब आपको मौली के धागे से
लपेटकर इन फूलों की माला बना लेनी है तो आपने जो 27 फूलों की माला बनाई है उस माला
को आपको माता लक्ष्मी को अर्पित करना है उनको पहनाना है लेकिन जब आप यह माला पहनाए
उससे पहले आपको 27 बार लक्ष्मी मैया के किसी भी मंत्र का जाप करना है अगर आपको कोई मंत्र याद नहीं है तो आप बहुत सीधा
सरल सा मंत्र ओम महालक्ष्मी नमः इस मंत्र का 27 बार जप कर ले उसके बाद आप माता रानी
को यह माला अर्पित कर दें उसके बाद आपको माता रानी को कुमकुम या हल्दी का तिलक
लगाना है और उसके बाद आपको महालक्ष्मी चालीसा का पाठ भी करना है और फिर उसके बाद
आपको माता रानी की आरती करनी है इस बात का ध्यान रहे कि जब आप चालीसा कर लेंगे उसके
बाद आपने जो लाल कपड़ा लिया है उस पर आपको हल्दी से एक स्वास्थिक बनाना है और उस लाल
कपड़े पर आपको जो स्वास्थिक आपने बनाया है उस स्वास्थिक के ऊपर यदि आपने 21 फूलों की
माला माता रानी को अर्पित करी है तो 21 चावल के दाने आपको उस स्वास्थिक पर रखने
हैं और अगर 27 फूलों की माला आपने माता रानी को अर्पित की है तो 27 ही चावल के
दाने आपको उस स्वास्थिक पर रखने हैं लेकिन ध्यान रहे कि चावल बिल्कुल भी टूटा फूटा खंडित नहीं होना चाहिए और जब आप चावल
स्वास्थिक पर डालेंगे तब भी आपको ओम महालक्ष्मी नमः का जप भी करना है इसके साथ
ही साथ अब जो माला आपने माता रानी को अर्पित की थी वही माला आपको इस स्वास्थिक के ऊपर रख देनी है अब इसके बाद आपको माता
रानी के मंदिर से सिंदूर लेकर आना है और आप चाहे तो घर का सिंदूर भी रख सकते हैं अब आपने जो माला रखी है उस लाल कपड़े पर
उस माला पर आपको वह सिंदूर छिड़क देना है अब इसके बाद आपको उस लाल कपड़े की पोटली बना देनी है और इसके बाद दोस्तों आपको उस
पोटली को उसी दिन ठीक है ना शुक्रवार के ही दिन रात्रि के समय में उस पोटली को रख
देना है अपने धन रखने वाले स्थान पर अपनी तिजोरी में दोस्तों आपको बता दें यह उपाय
आपको रात्रि के समय करीब 8 बजे के आसपास आपको करना है वैसे तो आप सूर्यास्त के बाद
कभी भी इस उपाय को कर सकते मगर आप आठ से 9 के बीच करते हैं तो बहुत ही उत्तम रहेगा
अगर आप 21 माला का उपाय यह कर रहे हैं तो आपको यह उपाय लगातार पांच शुक्रवार को
करना है मतलब एक शुक्रवार कर लिया फिर उसके बाद दूसरे शुक्रवार कर लिया तीसरे कर
लिया चौथे कर लिया पांचवें लगातार जो शुक्रवार पढ़ेंगे पांच शुक्रवार तक आपको
लगातार इस उपाय को करना है और यदि आप 27 फूलों वाला उपाय कर रहे हैं तो आपको
लगातार चार शुक्रवार करना है तो देखिए उपाय चाहे आप चार शुक्रवार कर रहे हैं या
पांच शुक्रवार कर रहे हैं आप इस बात का ध्यान रखें कि आपको अलग-अलग पोटली नहीं
बनानी है आपने जो सबसे पहली पोटली बनाई है उसी पोटली को आपको लेना है माला तो आपको
हर बार नई लेनी है चावल भी आपको हर बार नए लेने हैं लेकिन उसी पोटली के अंदर आपको उन
सारी चीजों को रखते चले जाना है अब देखिए पांचवा जो शुक्रवार होगा चाहे पांच
शुक्रवार आप यह उपाय कर रहे हैं या चार शुक्रवार कर रहे हैं तो जो पांचवा शुक्रवार होगा उस पांचवें शुक्रवार को
आपको इस पोटली को लेना है और आपके घर में जहां पर भी मिट्टी हो मान लीजिए आपके घर
में कहीं पर भी मिट्टी है तो वहां पर आपको इसको मिट्टी में दबा देना है और अगर मान लो आपके घर में मिट्टी कहीं पर भी नहीं है
पूरी जगह पर आपका फर्श है तब आपके घर में गमला तो जरूर होगा तो आप इसे गमले में दबा दीजिए और आप इस चीज का पूरा ध्यान रखें कि
आपको पोटली को पूरी तरीके से नहीं दबाना है आपने पोटली के अंदर जो माला रखी थी जो
चावल रखे थे उन चीजों को आपको मिट्टी के अंदर डालना है कपड़े को आपको मिट्टी के अंदर नहीं डालना है जो लाल कपड़ा लिया है
उसको आपको नहीं डालना है तो दोस्तों यह उपाय बहुत आसान है बहुत ज्यादा कठिन उपाय
नहीं है और यदि आप इस उपाय को कर लेते हैं फिर आपके जीवन में धन से जुड़ी जो भी
समस्या है वह तो समाप्त हो ही जाएगी आपके जीवन में धन आने के बहुत सारे मार्ग भी
खुल जाएंगे बहुत सारे रास्ते आपके जीवन में खुल जाएंगे जहां से आपको धन प्राप्त होता रहेगा और जो धन आपको प्राप्त होगा
उसमें निरंतर आपको वृद्धि भी देखने को मिलेगी और आपको बता दें इस उपाय को करने
से आपके घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होगा तो देखिए यदि आप पांच शुक्र वाला उपाय कर
रहे हैं पांच शुक्रवार वाला तब तो आपको छठे दिन यह प्रक्रिया करनी है छठे
शुक्रवार को और यदि आप चार शुक्रवार वाला उपाय कर रहे हैं तो आपको पांचवें शुक्रवार वाले दिन इस प्रक्रिया को करना है ठीक है
ना इस बात को आप पूरी तरह से समझ लीजिए तो दोस्तों यह तो था पहला उपाय जो हमने आपको
बताया बहुत सरल शब्दों में हमने बताने का पूरा प्रयास किया है अगर आपको फिर भी समझ
में नहीं आया है तो आप कुछ भी हमसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं तो अगर आपने अभी तक हमारी वीडियो को लाइक नहीं किया है तो
गाइस प्लीज वीडियो को लाइक कर दीजिए और कमेंट सेक्शन में जयकारा जरूर लगा दीजिए
तो चलिए अब बात कर लेते हैं दूसरे उपाय की अगर मान लीजिए आपकी कोई विशेष मनोकामना है
और आपकी कोई मनोकामना आप चाहते हैं कि पूरी हो जाए और बहुत लंबे समय से बहुत ज्यादा वक्त से आपकी वह समस्या बनी हुई है
आपकी कोई मनोकामना है जो पूरी नहीं हो पा रही है तो आपको यह सरल सा उपाय जरूर कर लेना चाहिए चाहे आपकी कैसी भी मनोकामना हो
जैसे मान लीजिए आपके जीवन में संतान सुख आपको प्राप्त नहीं हो पाया है और आप चाहते हैं कि आपको संतान की प्राप्ति हो जाए या
फिर आप एक अच्छे जीवन साथी की कामना करते हैं आपके विवाह से जुड़ी कोई समस्या है धन
से जुड़ी कोई समस्या है कहने का मतलब है कि हर प्रकार की समस्या का उपाय है यह एक
छोटा सा उपाय तो दोस्तों यह उपाय बहुत ही ज्यादा खास उपाय है क्यों क्योंकि यह आपकी
हर प्रकार की समस्या को समाप्त करता है और आपकी जो भी मनोकामना है उसे पूरी करता है
इसलिए यह उपाय बहुत ही ज्यादा खास हो जाता है इसका महत्व बहुत ज्यादा बाठ जाता है तो
इस उपाय को करने के लिए आपको लेने हैं सदा बहार के नौ गुलाबी रंग के फूल ठीक है ना
हम आपको फिर से बता देते हैं कि सदा बहार के गुलाबी वाले फूल आपको नौ लेने हैं और इसी के साथ आपको तांबे के पात्र में तांबे
के लौटे में जल लेना है और यह उपाय करना है आपको सोमवार के दिन तो यह उपाय आपको सुबह के समय करना है सुबह जल्दी उठकर
स्नान आदि करने के बाद आपको स्वच्छ वस्त्र धारण करने हैं और तांबे के लौटे में आप पूरा जल भर लीजिए और उस तांबे के लौटे में
आप उन फूलों को डाल दीजिए जो नौ फूल आप ने लिए है गुलाबी रंग के सदा बाहर वाले फूल
और उसके बाद आपको शिवजी के मंदिर में जाकर शिवालय में जाकर ओम नमः शिवाय इस मंत्र का
जाप करना है पूरे 108 बार और आपको बता दे आप श्री शिवाय नमस्तुभ्यं इस मंत्र का जब
भी कर सकते हैं तो आपने जो जल लिया है और जो फूल उसके अंदर डाले हैं वो दोनों आपको शिवलिंग पर अर्पित कर देने हैं चढ़ देने
हैं और ऐसा करते समय जब आपकी जो भी मनोकामना है उसको आप बोल दीजिए यह उपाय
यदि आप कर लेते हैं तो आपकी कितनी भी बड़ी मनोकामना हो चाहे कैसी भी समस्या हो वह समाप्त हो जाएगी और आपकी मनोकामना पूरी हो
जाएगी चाहे जैसी भी आपकी मनोकामना हो संतान से जुड़ी हो व्यापार से जुड़ी हो धन
से जुड़ी हो स्वास्थ्य से जुड़ी हो कैसी भी आपकी मनोकामना हो दोस्तों आपको बता दें
यह उपाय जो व्यक्ति करता है उसके जीवन में चाहे जैसा भी दोष हो कोई भी वास्तु दोष हो
कोई भी कुंडली दोष हो वह पूरी तरह से समाप्त हो जाता है और दोस्तों आपको बता दें यह उपाय करना है आपको पांच सोमवार
लगातार ठीक है है ना जब आप पहले सोमवार करेंगे उसके बाद दूसरे सोमवार तीसरे सोमवार चौथे सोमवार पांचवें सोमवार पांच
सोमवार आपको लगातार करना है बीच में गैपिंग नहीं करना है आपको ठीक है ना गैप
नहीं देना है दोस्तों बात करते हैं कि यदि आपने यह उपाय सोमवार के दिन सुबह के समय किया है और 9:00 से 10 के बीच किया है तो
आपको हर सोमवार को वैसे ही करना है जैसे आपने पहले सोमवार को किया है इस चीज को आप
विशेष करके ध्यान रखें तो दोस्तों यदि आप इस उपाय को कर लेते हैं तो आप अपनी कैसी
भी मनोकामना पूरी कर सकते हैं इन छोटे सरल से उपायों को करके आपको अपने मन में पूरी
सच्ची श्रद्धा और पूरा विश्वास होना चाहिए तब यह उपाय असर करते हैं दोस्तों आज की
वीडियो में बस इतना ही मिलते हैं आपसे एक नई वीडियो के साथ अगर आपने अभी तक जयकारा
नहीं लगाया है तो कमेंट सेक्शन में जयकारा जरूर लगा दीजिए जयकारा लगाने से आपकी जो
भी मनोकामना है वह बहुत जल्दी पूरी होती है और साथ ही वीडियो को लाइक जरूर कर
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