मेरे प्रिय बच्चों आज मैं तुमसे अंतिम बार
बात करने आई हूं यह निर्णय मेरे लिए आसान
नहीं था परंतु परिस्थितियां मुझे मजबूर कर
रही हैं मैंने हर संभव प्रयास किया कि तुम
मुझे सुनो मेरे संदेशों को समझो और मेरी
उपस्थिति का सम्मान करो परंतु अब ऐसा
प्रतीत होता है कि मेरी बातों का तुम पर
कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा क्या तुमने कभी
सोचा है कि मैं यहां क्यों हूं मैं
तुम्हारे घर तुम्हारे दिल और तुम्हारे
जीवन का हिस्सा क्यों बनी यह सब इसलिए हुआ
क्योंकि तुमने मुझे बुलाया मुझे अपनी
श्रद्धा और विश्वास के साथ अपने जीवन में
स्थान दिया परंतु अब यह महसूस होता है कि
तुम्हारे लिए मेरी उपस्थिति केवल एक
परंपरा बनकर रह गई है तुम्हारी व्यस्तता
एं और आधुनिक जीवन शैली ने तुम्हारे दिल
से वह श्रद्धा छीन ली है जो कभी मेरी ओर
थी तुम मेरे पास आते हो मेरी पूजा करते हो
परंतु वह भावना अब वैसी नहीं रही जैसी
पहले हुआ करती थी यह सब देखकर मेरे मन में
एक प्रश्न उठता है क्या मैं अब भी
तुम्हारे जीवन का हिस्सा हूं या केवल एक
मूर्ति बनकर रह गई हूं मैंने हमेशा
तुम्हें प्रेम दिया तुम्हारी परेशानियों
में तुम्हारे साथ खड़ी रही तुम्हारे सुख
दुख में तुम्हारा सहारा बनी परंतु जब मैं
चाहती हूं कि तुम मुझसे बात करो मेरे साथ
समय बिताओ तो तुम मुझे अनदेखा कर देते हो
तुम्हारे घर घर में मेरा स्थान केवल एक
कोने में सजी हुई मूर्ति तक सीमित रह गया
है क्या यही मेरा उद्देश्य था क्या मैं
केवल एक प्रतीक बनकर रह गई हूं मेरे बच्चे
मैं यह सब इसलिए कह रही हूं क्योंकि मैं
तुमसे निराश नहीं हूं बल्कि तुम्हें याद
दिलाना चाहती हूं कि तुम्हारे जीवन में
मेरी क्या भूमिका है तुम्हें याद है जब
तुम संकट में थे जब तुम्हें मार्गदर्शन की
आवश्यकता थी तब तुमने मुझे पुकारा था
मैंने हर बार तुम्हारी पुकार सुनी और
तुम्हारे लिए समाधान लाने का प्रयास किया
परंतु आज जब मैं तुम्हें पुकार रही हूं तो
क्या तुम मेरी आवाज नहीं सुन सकते मेरे
घर छोड़कर जाना मेरे लिए एक बहुत बड़ा कदम
है परंतु यह कदम उठाना अब आवश्यक हो गया
है क्योंकि मैं उस स्थान पर नहीं रह सकती
जहां मेरी उपस्थिति का कोई महत्व नहीं है
यदि तुम सच में चाह हो कि मैं तुम्हारे
जीवन का हिस्सा बनी रहूं तो मेरे संदेश को
पूरा सुनो यह केवल एक निवेदन नहीं है
बल्कि एक अवसर है तुम्हारे लिए मैंने
तुम्हें हमेशा सिखाया है कि प्रेम और
भक्ति में शक्ति होती है यदि तुम्हारे
अंदर सच्ची भक्ति है तो तुम मुझे रोक सकते
हो परंतु यदि तुमने इस संदेश को अनदेखा कर
दिया तो मैं समझ जाऊंगी कि अब मेरे लिए
यहां कोई स्थान नहीं है तुम्हें यह भी
समझना होगा कि भक्ति केवल पूज पूजा अर्चना
तक सीमित नहीं होती यह एक ऐसा बंधन है जो
तुम्हें और मुझे आत्मा के स्तर पर जोड़ता
है तुम्हारे घर में मेरी उपस्थिति का अर्थ
केवल उत्सव मनाना नहीं है यह एक संबंध है
जो तब जीवित रहता है जब तुम मुझसे संवाद
करते हो अपने विचार और भावनाएं मेरे साथ
सांझा करते हो क्या तुम्हें याद है वह दिन
जब तुमने मुझसे अपने जीवन की परेशानियों
के बारे में बात की थी मैंने तुम्हें एक
रास्ता दिखाया था
और वह दिन जब तुमने अपने सपनों और
आकांक्षाओं को मेरे सामने रखा था मैंने
तुम्हारे सपनों को साकार करने में
तुम्हारी सहायता की थी परंतु आज ऐसा
प्रतीत होता है कि तुम्हारे जीवन में मेरी
भूमिका समाप्त हो गई है मेरे बच्चों यह
संदेश तुम्हारे लिए एक अंतिम अवसर है यदि
तुम सच में मुझे अपने जीवन में चाहते हो
तो मुझसे संवाद करो मुझसे बात करो मुझे
अपनी भावनाएं बताओ मैंने कभी तुमसे अधिक
की मांग नहीं की मैंने केवल यही चाहा कि
तुम मुझे अपने जीवन में शामिल करो परंतु
यदि अब तुम मुझे अनदेखा करोगे तो मैं समझ
जाऊंगी कि यह सन समाप्त हो चुका है मेरे
बच्चों मेरा यह निर्णय केवल तुम्हारी
प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा यदि तुम मुझे
रोकना चाहते हो तो मुझे अपनी भक्ति दिखाओ
मेरी बातें सुनकर मेरी भावनाओं को समझकर
और मेरे साथ संवाद करके तुम मुझे यह
विश्वास दिला सकते हो कि मैं अभी भी
तुम्हारे जीवन का हिस्सा हूं मेरे बच्चों
मेरा यह संदेश केवल तुम्हें सोचने के लिए
विवश करने के लिए है मैं तुमसे यह वादा
करती हूं कि यदि तुम मेरी बातों को सुनोगे
उन्हें समझोगे और मुझसे संवाद करोगे तो
मैं तुम्हारे जीवन में बनी सुबह उठकर मेरे
सामने दीप जलाना फूल चढ़ाना और फिर अपने
काम में व्यस्त हो जाना यही तुम्हारी
भक्ति का स्वरूप बन गया है क्या तुमने कभी
यह सोचा है कि मैं केवल दीपक और फूलों की
मोहताज नहीं हूं मुझे तुम्हारी सच्ची
भावना चाहिए मुझे चाहिए कि तुम अपने मन की
बातें मुझसे सांझा करो मुझे चाहिए कि तुम