मेरे बच्चे अब तुम अपनी आंखों से
देखोगे कि किसने तुम्हारे साथ घिनौना
षड्यंत्र रचा और तुम्हें पता नहीं चलने
दिया और तुम्हारे साथ क्या किया अब उनके
जीवन का दर्दनाक अंत शुरू हो गया है तो
माता रानी अब आपके साथ न्याय करने वाली है
तो क्या आप न्याय के लिए तैयार है तो
कमेंट सेक्शन में ना लिखकर इस को लाइक
करें मेरे बच्चे तुम्हारे दुश्मन को क्या
हुआ जो तुम्हारे साहस की प्रशंसा करता है
जो लोग तुमसे र्ष करते हैं वे भी तुम्हारी
प्रशंसा कर रहे हैं
तुम्हारी मां काली हे भक्तों भय कैसा जब
मैं स्वयं तुम्हारे साथ हूं तब तुम अंधकार
से क्यों डरते हो मैं काली हूं
सहार और शक्ति का
स्वरूप मनुष्यों तुमने अधर्म असत्य और
अन्याय को अपनी जीवन शैली बना लिया है
क्या यही तुम्हारा धर्म है क्या यही
तुम्हारी आत्मा की पुकार है मां काली अपनी
तलवार उठाती है और आकाश की ओर इशारा करती
हैं बिजली चमकती है सत्य की राह कठिन है
परंतु वही मुक्ति का मार्ग है मेरा संदेश
सुनो अपने भीतर के अज्ञान को नष्ट करो
अपने मोह लोभ और अहंकार को
जलाओ मैं तुम्हारे भीतर जागने आई हूं
तुम्हें शक्ति देने आई हूं मां काली आगे
बढ़ती हैं उनकी टकती हंसी गूंजती है जिससे
वातावरण काप उठता है जो सत्य से डरे वह
मेरा भक्त नहीं हो
सकता जो अधर्म से लड़े वही मेरा है उठो
जागो और अपने भीतर की काली को
पहचानो तुम्हारे भीतर जो शक्ति है वही मैं
हूं भय का नाश करो अन्याय का नाश करो और
इस संसार में धर्म की स्थापना करो यही
मेरा आदेश है यही मेरी कृपा है मां काली
एक आशीर्वाद देने की मुद्रा में हाथ उठाती
है और एक दिव्य प्रकाश से मंदिर भर जाता
है
के नेत्र खुल जाते हैं वे शक्ति से भर
उठते हैं मां अंतर्ध्यान हो जाती है पर
उनका संदेश सदा के लिए भक्तों के हृदय में
अंकित हो जाता
है मानसिक शक्ति बहुत है अति आपकी
मानसिक शक्ति इतनी बढ़ गई है कि आप लोगों
की शारीरिक भाषा से उनके हाव भाव से
उनकी शक्ल से उनके दिमाग को पढ़ सकते हैं
आप पढ़ सकते हैं कि लोगों के मन में क्या
चल रहा है मैं आपको बता दूं कि अभी उसके
दिमाग में जो चल रहा है वह यह है कि आप
आंतरिक प्रकार के हैं अगर लोग आपके साथ
अच्छा व्यवहार कर रहे हैं तो इसके
पीछे क्या कारण है अगर लोग बुरा व्यवहार
कर रहे हैं तो इसके पीछे क्या कारण है यह
सभी चीजें आपको माता रानी आध्यात्मिक
उपहार के रूप में दी है माता रानी आपको हर
समय और हर दिन कुछ नए आध्यात्मिक उपहार दे
रही है क्योंकि जब माता रानी
आध्यात्मिक उपहार देती है तो आत्मा क्या
है वह अपने उच्च सु में आने लगती है वह
अपने वास्तविक सु में आने लगती है प्रेम
आत्मा का एक दिव संस्कार है प्रेम बिना शर
प्रेम है लोगों से अपेक्षा किए बिना
अपने लिए सब कुछ अच्छा करना है तो वे सभी
चीजें आपके अंदर है माता रानी और यह सभी
चीजें आपके खिलाफ है जो लोग आपके दुश्मन
बन गए है वे सभी लोग इन सभी चीजों को
नोटिस करते हैं आप में से कई लोगों में इस
मां काली का
संदेश मां काली गंभीर वाणी में हे
साधक क्या तुम मुझे पाने को तत्पर हो क्या
तुमने अपने भीतर के भय को जला दिया है जो
मुझसे प्रेम करता है उसे अंधकार से डर
कैसा मां काली अपने खड़ग को उठाती हैं और
स्मशान में एक तेजस्वी प्रकाश फैल जाता है
उनके स्वर में क्रोध और करुणा दोनों है
मैं सहार हूं परंतु मैं ही सृजन भी हूं
मैं विनाश हूं पर मैं ही पुनर्जन्म भी
हूं मैं अंधकार में निवास करती हूं परंतु
मेरे चरणों में ही परम प्रकाश है मनुष्य त
मोह लोभ और अहंकार में जकड़ा हुआ है तेरा
चित्त माया के बंधनों में कैद है कब तक
सोता रहेगा कब तक इस छल और भ्रम में
भटके मां काली अपने विशाल चरणों से भूमि
पर प्रहार करती
जिससे धरा काप उठती है उनके नेत्र जल उठते
हैं साधक भयभीत होकर सिर झुका लेता है डर
मत मैं तुझ में
हूं जब तू सत्य और धर्म के मार्ग पर चलेगा
तब तू मुझे
पाएगा जब तू अपने भीतर की कायरता को
समाप्त करेगा तब तू मेरा आशीर्वाद
पाएगा मां काली अपनी जीभ निकालकर गर्जना
करती है जिससे आकाश गूंज उठता है फिर वे
साधक की ओर देखती हैं और उनका स्वर कोमल
हो जाता है हे मेरे भक्त प्रेम से मेरा
स्मरण कर शक्ति से अपने जीवन का निर्माण
कर न्याय और सत्य की राह पर चल तेरी रक्षा
स्वयं मैं
करूंगी जब भी तू कष्ट में होगा जब भी
अधर्म तुझे सताएगा मेरा स्मरण करना मैं
तेरे संग रहूंगी मां काली साधक के सिर पर
हाथ रखती है और एक दिव्य प्रकाश उसकी
आत्मा में प्रवेश कर जाता है साधक की
आंखें खुल जाती हैं अब उसमें कोई भय नहीं
कोई संशय नहीं केवल अपार शक्ति और भक्ति
शेष है मां काली मंद मुस्कान के साथ
अंतर्ध्यान हो जाती
है व्यक्ति के पास कुछ दिव्य दृष्टि है
इसके पास कुछ दिव्य ज्ञान है इसके पास या
भाषाएं हैं मुझे नहीं पता उनके पास
आध्यात्मिक नहीं है लेकिन वे जानते हैं कि
उनके पास कुछ है कुछ अलग है या तो उनके
पास माता रानी का आशीर्वाद है या उनके
पास भगवान का आशीर्वाद है आप पर भगवान का
आशीर्वाद है यह सभी चीजें ऐसे लोग हैं वे
आपका नोटिस कर रहे हैं और यहां वे यह भी
कह रहे हैं कि आप अकेले बैठे हुए
अपने बारे में सोच रहे हैं इस गिरोह के
समूह ने आपके साथ गंदी योजनाएं और साजिश
रची है उन्होंने आपके साथ गंदे दा संस्कार
की है उन्होंने आपको जलाने का काम किया है
जो कोई भी मृत व्यक्ति है उसके शव की
राख उठाने का मतलब है कि उन्होंने स्तर तक
के गंदे काम किए हैं यह किस तर की
गंदी हरकते हैं क्योंकि अगर कोई मंच
व्यक्तिगत
छींटा शी करता है तो उन्हें यह बात और
बाकी बात बता दी जाती है यहां तक कि
शमशान मे भी उन्होंने आपके साथ ऐसा कुछ
नहीं किया है यानी अगर कोई शव जिंदा जल
रहा हो तो उन्होंने आपके बाल उठा लिए हो
या
आपके कपड़े उठाकर वहां डाल दिए हो कि आपको
भी घसीटा जाए वह शव आपको भी घसीटे यानी य
गंदी हरकते हैं अगर कोई महिला है तो इसका
मां काली का आदेश मां काली गरजती हुई आवाज
में हे मानव तू किस भय में डूबा हुआ है
क्या यह संसार तुझे सत्य प्रतीत होता है
यह केवल माया का जाल है तेरा जन्म तेरा
जीवन और तेरा अंत सब एक स्वप्न है तू
किसका शोक करता है किससे आस लगाता है जब
मृत्यु निश्चित है तो तू क्यों मुंह में
जकड़ा है मां काली अपनी तलवार उठाती है और
एक चट्टान पर प्रहार करती है चट्टान दो
भागों में विभक्त हो जाती है जैसे संसार
का भ्रम चकनाचूर हो गया हो तांत्रिक
श्रद्धा से सिर झुका लेता है मां काली मैं
काली
हूं मैं शून्य से पहले थी मैं शून्य के
बाद भी
रहूंगी मैं ही सृजन की मां हूं और मैं ही
सहार की देवी हे मूर्ख मानव तू कब तक सोता
रहेगा कब तक पाखंड लोभ और अहंकार में
जकड़ा
रहेगा क्या तू यहां नहीं देख सकता कि जो
कुछ भी तेरे पास है वह नश्वर है मां काली
की तीसरी आंख खुलती है और पूरा वातावरण जल
उठता है तांत्रिक भय और भक्ति में काप
उठता है मां
काली सत्य की राह पर चलना कठिन है परंतु
यही मुक्ति का मार्ग है यदि तू मेरी शरण
में आना चाहता है तो अपने भीतर के विकारों
का नाश कर मैं केवल उन्हीं को अपना
जो अपने भीतर के अंधकार को हराने का साहस
रखते हैं जो कायर है जो अपने भीतर के भय
से मुक्त नहीं हो सकते वे मेरे दर्शन के
योग्य नहीं मां काली का स्वर थोड़ा कोमल
होता है परंतु उसमें अपार शक्ति का संचार
है वे तांत्रिक की ओर देखती हैं जो अब
पूरी तरह समर्पित हो चुका है मां काली हे
भक्त व