पूज्य गुरुजी प्रेमानंद जी महाराज ने बताया माथे पर तिलक लगाने के फायदे और नुकसान manand ji maharaj - ramto news

पूज्य गुरुजी प्रेमानंद जी महाराज ने बताया माथे पर तिलक लगाने के फायदे और नुकसान manand ji maharaj

दोस्तों कई बार जिंदगी में ऐसा समय आता है
कि उस समय में जो भी कार्य किया जाता है

हर एक कार्य में सफलता मिलती है कामयाबी
मिलती है खुशियां बढ़ती चली जाती हैं ठीक
इसी प्रकार जिंदगी में कुछ समय ऐसा भी आता
है कि हर जगह से दुर्भाग्य मिलता है
परेशानी मिलती है दुश्मन घेर लेते हैं और

एक के बाद एक परेशानी बढ़ती ही चली जाती
है और इसी से घर में गृह क्लेश बहुत दुगनी
तेजी से होने लग जाता है और ऐसा लगने लग
जाता है कि जैसे यह जिंदगी ही बिल्कुल नरक

सी है लेकिन कुछ तंत्रोक्त क्रियाएं ऐसी
होती हैं कि अगर उनका सही समय पर इस्तेमाल
कर लिया जाए तो बुरे समय को भी अच्छे समय
में बदला जा सकता है और हर एक व्यक्ति यही
चाहता है कि उसका बुरा समय टल जाए जल्दी

से खत्म हो जाए और और अच्छा समय शुरू हो
जाए तो आज की इस वीडियो में ऐसी ही
जानकारी हम आपको देने वाले हैं और जब इस
जानकारी को आप जानेंगे तो खुद भी बिल्कुल

हैरान ही रह जाएंगे कि किस प्रकार यह
दुनिया बिल्कुल चमत्कारों से भरी हुई है
साथ ही साथ आपको बताना चाहते हैं कि अगर
आप हमारे चैनल में नए हैं तो जल्दी से

चैनल को अवश्य सब्सक्राइब करके रखिए जिससे
कोई भी वीडियो बिल्कुल भी मिस ना हुआ करें
तो दोस्तों आपको बता दें कि जीवन में जब

भी बुरा समय आता है या फिर अच्छा समय आता
है तो इसकी केवल एक ही वजह होती है कि
इंसान का जो औरा होता है इंसान के औरा में
जब गड़बड़ होने लग जाती है तो उसका बुरा

समय शुरू हो जाता है वही दूसरी ओर जब उसका
औरा बिल्कुल ठीक हो जाता है तो उसका अच्छा
समय भी भी बहुत तेजी से शुरू हो जाता है
और जितनी भी तंत्रोक्त क्रियाएं होती हैं
या तांत्रिक कार्य होते हैं वे इतने
शक्तिशाली इसीलिए होते हैं कि इन्हीं रा

का इन्हीं एनर्जीस का इस्तेमाल उसमें किया
जाता है जो लोग नहीं जानते हैं उन्हें बता
दें कि हर एक इंसान का अपना ही एक औरा
रहता है जैसे इंसान जो होता है वह आंखों

से दिखाई देता है लेकिन जो उसका औरा होता
है वह आंखों से दिखाई नहीं देता है लेकिन
जिस प्रकार शरीर बिल्कुल चलता रहता है उसी

प्रकार उसका अदृश्य और भी हमेशा उसके साथ
परछाई की तरह बिल्कुल जुड़ा रहता है और इस
औरा के सात रंग होते हैं जिस प्रकार
इंद्रधनुष के सात रंग होते हैं और यही सात
रंग सबसे महत्त्वपूर्ण और सबसे शक्तिशाली
होते हैं यह इंसान के अंदर तत्त्वों से
मिलकर इंसान के बाहर बन जाते हैं और इस

चीज को आप खुद भी महसूस कर सकते हैं कि

जैसे आप अपने कमरे में बैठे होते हैं कुछ
कार्य को कर रहे होते हैं और एकदम से कोई
आपके कमरे में घुसता है तो आपको तुरंत यह
महसूस हो जाता है कि कोई ना कोई कमरे में
आया है और ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि उस
व्यक्ति का औरा जब आपके औरा से टकराता है

तो तुरंत आपको पता लग जाता है और यह
बिल्कुल अदृश्य रूप से कार्य करता है और
जैसा कि पिछले काफी वीडियो में हमने आपको
बताया है कि इंसान के शरीर में सात तत्व
होते हैं सात उसके चक्र होते हैं और हर एक
चक्र का अलग ही एक रंग होता है उन्हीं सात
रंगों से उन्हीं सात चक्रों से उसके आसपास
एक रा तैयार हो जाता है जो लोग ध्यान आदि
वगैरह करते हैं मंत्र का जाप आदि वगैरह

करते हैं या मंदिर आदि वगैरह जाते रहते
हैं तो उनका औरा बिल्कुल ठीक हुआ रहता है
वहीं दूसरी ओर कुछ लोग ऐसे होते हैं कि
नहीं जा पाते हैं या नहीं कर पाते हैं
साधनाएं नहीं कर पाते हैं मंत्र जाप नहीं

कर पाते हैं और काम के लिए उन्हें इधर-उधर
जाना पड़ता है तरह-तरह के लोगों से मिलना
पड़ता है तो बहुत सारे लोगों से मिलने के
कारण उनका धीरे-धीरे औरा ऐसा बिगड़ता चला
जाता है कि उन्हें दुर्भाग्य घेर लेता है
ठीक इसी प्रकार से औरा कार्य करता है कि
औरा को अगर ठीक कर लिया जाए तो उसके जीवन
में अच्छी किस्मत भी शुरू हो जाती है जैसे
मणिपुर जो चक्र होता है यह धन का चक्र कहा
जाता है और जिस व्यक्ति का यह बलवान हो
जाए तो ऐसा व्यक्ति जिस भी कार्य में जो
धन से जुड़ा हुआ हो किसी भी कार्य को ऐसे

करता है तो उसे निश्चित ही सफलता प्राप्त
होती है उसकी सफलता को कोई रोक नहीं पाता
है ठीक इसी प्रकार जब किसी व्यक्ति के
जीवन में कर्ज की समस्या आती है शत्रु उसे
घेता है या कोई ना कोई बीमारी उसे पकड़
लेती है तो इसका अर्थ यह होता है कि उसका
जो मूलाधार चक्र है वह बिल्कुल बिगड़ चुका
है और उसका जो रंग है वह भी बिगड़ चुका है
जब भी किसी व्यक्ति का मूल आधार चक्र
बिगड़ जाता है तो उसके मन में तनाव घबराहट
बहुत तेजी से बनने लग जाती है और उसे
शत्रु घेर लेते हैं जहां भी वह जाता है
हमेशा शत्रु लेकर ही लौटता है और मूलाधार
चक्र को अगर बलवान बना लिया जाए तो ऐसा
व्यक्ति बिल्कुल निडर होकर जीने लग जाता
है और उसके जीवन में जितनी उसकी मनोकामना
होती है वह बिल्कुल निर्विघ्न संपन्न होने
लग जाती है इसीलिए कुंडलिनी विज्ञान में
तत्त्वों की साधना करने पर काफी ज्यादा
जोर दिया गया है कि इन्हीं तत्त्वों को
अगर मजबूत बना लिया
जाए तो इंसान अपने जीवन में कुछ भी
प्राप्त कर सकता है तो सबसे पहले तो आपको
यह बता दें कि जब भी अगर आपके जीवन में धन
की समस्याएं होती हैं धन की लगातार
परेशानी और हानि होती रहती है कर्ज आपको
लेना पड़ता है कोई भी कार्य आपका चल नहीं
पाता है तो आप तुरंत समझ जाए कि आपका
मणिपुर चक्र बहुत कमजोर है और उसे बलवान
बनाने के लिए आपको इस तरीके के कार्य करने
हैं जिससे आपका अग्नि तत्व बलवान बन सके
तो जैसा हमने पिछले वीडियो में बताया है
कि जो लोग राट करते हैं दीपक राट होता हो
या किसी भी तरह से तराक करते हैं तो उनका
मणिपुर चक्र बलवान रहता है तराक करने वाला
जो साधक होता है उसका मणिपुर चक्र
स्वाधिष्ठान चक्र और मूलाधार चक्र तीनों
नीचे वाले जो चक्र होते हैं वे बलवान हो
जाते हैं इसीलिए सांसारिक जितने भी दुख
होते हैं उस पर हावी हो नहीं पाते हैं और
उन्हीं सांसारिक दुखों को हराकर वह आगे
निकलता ही चला जाता है इसीलिए तराक को यह
भी कहा जाता है बल्कि जितनी भी ऐसी चीजें
होती हैं जैसे वह मार्शल आर्ट कराटे या
कोई आर्ट वगैरह करता है बनाता है ड्राइंग
बनाता है या किसी भी तरह के ऐसे कार्य
करता है जिसमें बारीकी की और फुल
कंसंट्रेशन की जरूरत होती है तो उस
व्यक्ति को तराक प्रैक्टिस करने के लिए ही
कहा जाता है जिससे उस व्यक्ति का
कंसंट्रेशन बढ़ सके और केवल तराक करने
मात्र से ही उसके तीनों चक्र बलवान हो
जाते हैं और उसकी अच्छी किस्मत तुरंत शुरू
होने लग जाती है क्योंकि तीनों जो चक्र
नीचे के होते हैं वह बहुत शक्तिशाली होते
हैं और सांसारिक सुखों में सुख की
प्राप्ति के लिए यह बेहद आवश्यक
है जो व्यक्ति तराक करता है उसकी आंखों
में गजब का तेज होता है जैसे आप शेर में
देख सकते हैं कि वह किसी भी चीज से भयभीत
बिल्कुल भी नहीं होता है और बिल्कुल निडर
होकर जीता है ऐसी ही शक्ति तराक करने से
प्राप्त होती है तो अगर आप रोज अपने लिए
आधे घंटे का समय केवल निकाल सकते हैं दीपक
जलाकर दीपक को लगातार बिना कुछ सोचे बिना
कुछ समझे बस उसे लगातार देखना शुरू करते
हैं तो इससे आंखों की जो अग्नि होती है वह
जागृत होने लग जाती है यानी कि आज्ञा चक्र
प्रभाव में आ जाता है और आज्ञा चक्र के ही
माध्यम से जो तीनों चक्र नीचे के हैं वे
बलवान होने लग जाते हैं जैसे अगर किसी
व्यक्ति की आंखें कमजोर है और वह रोज तराक
करने लगे तो उसकी आंखों का जो चश्मे का
नंबर है वह तक गिरने लग जाता है और उसकी
आंखें तक ठीक हो जाती हैं और आपको यह भी
बता दें कि आंखें जो होती हैं वह सीधा
ब्रेन से अटैच होती हैं वैसे तो सारी
चीजें ही ब्रेन से अटैच होती है लेकिन
सबसे ज्यादा निकट आंखें ही ब्रेन से अटैच
होती हैं और राट करने से दिमाग शक्तिशाली
बन जाता है और आप इस चीज को देख भी सकते
हैं कि जितने साधक होते हैं जो मंत्र जाप
करते हैं उनके लिए तराक एक बिल्कुल बेसिक
चीज होती है कि वे हमेशा ही रोज नित्य
प्रतिदिन करते ही हैं इसीलिए उनकी
कंसंट्रेशन पावर और उनका जो औरा होता है
वह बलवान हुआ रहता है अब कुछ लोग ऐसे भी
होते हैं कि जिन पर तांत्रिक क्रियाएं
टोटके आदि वगैरह बहुत तेजी से हो जाते हैं
तो वह भी इसीलिए ही हो जाते हैं कि उनका
औरा कमजोर होता है
जिस व्यक्ति का औरा बलवान हो तो ऐसे
व्यक्ति पर कोई भी तांत्रिक क्रियाएं भी
कार्य नहीं करती है तो इस चीज को तो आप
पकड़ सकते हैं महीने में एक बार हफ्ते में
एक बार तो अवश्य ही तराक किया करें बल्कि
इस चीज को आप स्वयं करके देख सकते हैं कि
जब भी आप परेशान हो तो बस तराक करना शुरू
करें और खुद ही देखें कि कैसे आपकी सारी
परेशानी तराक में ही समा जाती है यानी की
तुरंत खत्म होती है क्योंकि इससे औरा
तुरंत बलवान होता है और इस चीज को जब आप
प्रैक्टिस करेंगे तो खुद आभास भी कर
पाएंगे शुरू में जब आप नहीं कर पाते हैं
तो कुछ चीजों की सहायता ली जा सकती है
अपने पास कुछ चीजें रखी जा सकती है
क्योंकि हर एक चीज का अपना ही एक औरा होता
है जब आपका औरा बिगड़ जाता है तो कुछ ऐसी
औरा वाली शक्तियों का जिनका औरा बलवान हो
शक्तिशाली हो तो उन चीजों की सहायता ली जा
सकती है जैसे कि अगर आपके जीवन में धन की
समस्याएं हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि
केले की जड़ को यानी कि केले का जो वृक्ष
है
उसकी जड़ को आप निकाल के धारण कर ले या जो
लोग धारण नहीं कर सकते हैं वे अपनी जेब
में ही रख सकते हैं इसके स्थान पर हल्दी
का जो पौधा होता है उसकी जड़ को भी अगर
पूरे रूप में आप निकाल सकते हैं तो बहुत
ही ज्यादा अच्छा है इसका बिल्कुल महीन
पाउडर बनाकर रोज अपने आज्ञा चक्र पर अगर
तिलक लगाते हैं तो इससे भी मणिपुर चक्र
बलवान हो जाता है आपको यह भी बता दे कि
हल्दी एक ऐसी वस्तु है जो काफी शक्तिशाली
कही जाती है अगर कहीं पर आपको चोट लगती है
कहीं पर सूजन आती है तो अगर हल्दी का
पेस्ट लगाया जाता है तो केवल हल्दी का
पेस्ट लगाने मात्र से सारी सूजन सारे दर्द
को हल्दी सोख लेती है तो इस चीज से आप यह
देख सकते हैं कि कितनी ज्यादा शक्तिशाली
यह हल्दी होती है यह मणिपुर चक्र से संबंध
रखती है अग्नि तत्व से रखती है इसीलिए यह
बलवान और शक्तिशाली होती है और इसकी जड़
का अगर पेस्ट बनाकर या पाउडर बनाकर रख
लिया जाए और रोजाना अपने माथे पर तिलक
लगाया जाए और फिर तराक किया जाए तो इससे
उस व्य का मणिपुर चक्र बलवान होने लग जाता
है ठीक इसी प्रकार मूलाधार चक्र को बलवान
बनाने के लिए गुड़हल का जो फूल होता है जो
भगवान श्री गणेश को चढ़ता है जिसे लाल फूल
के नाम से भी जाना जाता है अगर उसी फूल का
पेस्ट बनाकर अपने मस्तक पर लगाया जाए
आज्ञा चक्र पर लगाया जाए तो इससे मूलाधार
चक्र जो गड़बड़ होती है वह तुरंत ठीक होने
लग जाती है और जैसा कि हमने आपको बताया है
कि शत्रु की समस्या जब आपको घेर है तो
इसीलिए केवल घेर है कि आपका मूलाधार चक्र
कमजोर पड़ जाता है जिस व्यक्ति का मूलाधार
कमजोर पड़ जाए उस व्यक्ति के तो शत्रु
बलवान हो ही जाते हैं और उसे कर्ज की
समस्याएं भी घेर लेती हैं तो इस प्रकार
अगर गुड़हल के फूल का पेस्ट बनाकर मस्तक
पर लगाया जाए आज्ञा चक्र पर लगाया जाए तो
आज्ञा चक्र के ही माध्यम से मूलाधार चक्र
को भी बलवान बनाया जा सकता है इससे उस औरा
में जो गड़बड़ हुई है वह तेजी से ठीक होने
लग जाती है तो मणिपुर चक्र जो है वह धन का
स्थान है मूलाधार चक्र जो है वह भी धन का
स्थान है लेकिन वहां पर शत्रु शक्तिशाली
होंगे या कमजोर आप उन्हें बनाना चाहते हैं
वह निर्भर करता है जैसे जिन लोगों को
बीमारी बहुत तेजी से लगती है और छोटी-छोटी
चीजों से प्रभावित हो जाते हैं उन्हें डर
लगता है घबराहट उनके मन में रहती है तो
मूलाधार चक्र का बलवान होना बेहद आवश्यक
है ठीक इसी प्रकार स्वाधिष्ठान जो चक्र है
यह ब्रह्मदेव का और भगवान हनुमान का स्थान
माना जाता है तो जिन भी लोग के जीवन में
ऐसी समस्याएं होती हैं कि उनमें सेल्फ
कॉन्फिडेंस की अपने आप को एक्सप्रेस करने
की बहुत कमी रहती है जो अच्छे सपने देखने
तक से डरते हैं और बहुत ज्यादा अपने आप को
खुद ही कमजोर मान बैठे हैं या फिर जिन
लोगों के जीवन में बचपन से और अब तक
दुर्भाग्य ही चला है परेशानियां ही उन्हें
मिली हैं तो उनका स्वाधिष्ठान चक्र खराब
रहता है और इसे बलवान बनाने के लिए हनुमान
चालीसा का पाठ बजरंग बाण का पाठ हनुमान जी
के जो कंधों का सिंदूर है उसे आज्ञा चक्र
पर अगर लगाया जाता है तो उस व्यक्ति में
संयम आने लग जाता है और इस चीज को आप
स्वयं देख सकते हैं कि जो भी लोग हनुमान
जी की मूर्ति का सिंदूर अपने मस्तक पर
हमेशा लगाकर रखते हैं उनमें एक गजब का
संयम आप स्वयं देख
पाएंगे केवल वह छोटी-छोटी चीजों से
बिल्कुल भी विचलित नहीं होंगे और ज्यादा
इच्छाएं भी उनके मन में नहीं उत्पन्न होगी
जिसके कारण उनके मन में शांति सी बनी रहती
है क्योंकि स्वाधिष्ठान चक्र जिस व्यक्ति
का बलवान होता है तो उसका जल तत्व बलवान
होता है और जिस प्रकार जल जो होता है
बिल्कुल शांत होता है निर्मल होता है फिर
उसी प्रकार उस इंसान का स्वभाव बनने लग
जाता है तो इन चीजों को यूं देख सकते हैं
कि इन चक्रों का कितना ज्यादा प्रभाव
इंसान के जीवन में पड़ता है इसलिए यूं भी
कहा जाता है कि इंसान का जो शरीर होता है
वह बिल्कुल एक मंदिर के समान होता है
क्योंकि इन्हीं चक्रों के रूप में अदृश्य
शक्तियां और सैकड़ों शक्तियां उसके शरीर
में वास करती है और केवल इन्हीं चीजों के
माध्यम से ही तो वह अपने जीवन में सारी
चीजों को पाता है और जितनी भी तंत्रोक्त
क्रियाएं होती हैं वे केवल इसी प्रकार
होती हैं इन्हीं चक्रों की सहायता से होती
है जो चक्रों पर प्रभाव डाल
सके जो यह चीजें हमने आपको बताई है इनका
इस्तेमाल अगर आप करते हैं तो धन की
समस्याएं तुरंत दूर होती हैं शत्रु की
समस्याएं तुरंत दूर होती हैं और औरा बलवान
होने लग जाता है लेकिन आपको बता दें
क्योंकि जब किसी व्यक्ति के जीवन में
परेशानी बहुत लंबे समय से चल रही होती है
तो उसे ठीक होने में थोड़ा-थोड़ा समय लगता
है तो इन चीजों को लगातार बिल्कुल करते
जाना है और इस बात का सबसे ज्यादा
महत्त्वपूर्ण ध्यान यह रखा जाता है कि मन
में किसी भी प्रकार के विकार उत्पन्न ना
होने दिया करें क्योंकि जब किसी व्यक्ति
का बुरा समय चलता है तो उसके मन में बहुत
ज्यादा विकार उत्पन्न होने लग जाते हैं
जिससे उसके जीवन में नकारात्मक अदृश्य
शक्तियां उसे परेशान करने लग जाती हैं तो
इन चीजों से आपको बहुत ज्यादा बचना है या
तंत्रोक्त क्रियाएं हो होती हैं यह किस
प्रकार कार्य करती है और कैसे इनसे बचा जा
सकता है नकारात्मक शक्तियों से बचा जा
सकता है आगे और भी आपको अच्छी-अच्छी
जानकारी हम देंगे धन्यवाद और बेल आइकन को
प्रेस करके रखें हमारे कई सब्सक्राइबर ऐसे
हैं जिन्होंने बेल आइकन को प्रेस नहीं
किया है इसीलिए उनके पास जानकारी नहीं
जाती कृपया करके सब्सक्राइब करें और बेल
आइकन को प्रेस करें

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